Author: Jyoti Mishra Published Date: 25//07/2024
Photo Credit: Google
शास्त्रों में सावन माह के महात्म्य को विस्तार से बताया गया है। बता दें कि सावन माह के प्रत्येक सोमवार के दिन भगवान शिव के जलाभिषेक का विशेष महत्व है।
Photo Credit: Google
सावन मास में हजारों की संख्या में शिव भक्त कांवड़ यात्रा कर भगवान शिव को पवित्र जल अर्पित करते हैं।
Photo Credit: Google
वैसे तो भारत में भगवान अनेकों मंदिर हैं, लेकिन आज हम 05 ऐसे मंदिरों के विषय में बात करने जा रहे हैं, जिन्हें चमत्कारी माना जाता है और कहा जाता है कि यहां दर्शन मात्र से ही साधक के सभी दुःख दूर हो जाते हैं।
Photo Credit: Google
हिमालय की गोद में स्थित अमरनाथ धाम में भगवान शिव के स्वयंभू रूप के दर्शन होते हैं। यहां प्राक्रतिक रूप से भगवान शिव का लगभग 10 फुट ऊंचा शिवलिंग मौजूद है। अमरनाथ धाम की यात्रा आषाढ़ पूर्णिमा से शुरू होकर रक्षाबंधन तक की जाती है। ऐसे में सावन के महीने में भगवान शिव के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं।
Photo Credit: Google
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में स्थित केदारनाथ धाम की गणना प्रमुख चारधामों में की जाती है। साथ ही केदारनाथ महादेव द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं। मान्यता है कि सावन के महीने में यहां दर्शन करने से जीवन सफल हो जाता है और समस्त पापों से मुक्ति प्राप्त हो जाती है।
Photo Credit: Google
मध्य प्रदेश में स्थित भगवान शिव के इस धाम की गणना द्वादश ज्योतिर्लिंगों में की जाती है। मान्यता है श्रावन मास में भगवान ओंकारेश्वर महादेव जी के दर्शन करने से व्यक्ति को सभी दुखों से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही एक मान्यता यह भी है कि चार धाम यात्रा के बाद ओंकारेश्वर महादेव का दर्शन आवश्यक है। ऐसा करने के बाद ही चार धाम यात्रा का पुण्य प्राप्त होता है।
Photo Credit: Google
शिव नगरी हरिद्वार के कनखल में स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर आस्था का केंद्र माना जाता है। माना जाता है कि सावन के महीने में भगवान शिव इसी स्थान पर वास करते हैं और अपने भक्तों की प्रार्थना सुनते हैं। इसलिए सावन के महीने में भगवान शिव के दर्शन के लिए यहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।
Photo Credit: Google
झारखंड के देवघर में स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर को भी सिद्ध शिव धामों में गिना जाता है। साथ ही बाबा बैद्यनाथ धाम बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
Photo Credit: Google