शनि के प्रकोप से बचने के लिए आप कुछ आसान उपाय आजमा सकते हैं, इससे शनि देव की कृपा आप पर बरसती रहेगी ।
शनि देव की कूर दृष्टि से बचने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करना अचूक उपाय है ,श्री हनुमान चालीसा का पाठ शनि के सभी कष्टों से मुक्ति दिलाता है
हनुमान चालीसा का पाठ
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः शनि देव की क्रूर दृष्टि से बचने के लिए और उनका आशीर्वाद पाने के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए ।
शनि मंत्र का जाप
शनि ग्रह को प्रसन्न करने के लिए इस मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।
शनि मंत्र का जाप
शनि देव को तिल, तेल और छायापात्र दान अत्यन्त प्रिय हैं ,माना जाता है कि इन चीजों का दान करने से शनि ग्रह शांत होता है और शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है
तेल और छायापात्र का दान
शनि ग्रह की कृपा दृष्टि पाने के लिए शास्त्रों में धतूरे की जड़ को धारण करने की सलाह दी गई है. धतूरे की जड़ को गले या हाथ में बांधकर इसको धारण करें
धतूरे की जड़ का उपाय
रुद्राक्ष धारण करने से शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और शनि ग्रह से संबंधित दोष दूर होता है ,इस रुद्राक्ष को सोमवार या शनिवार के दिन गंगा जल से धोकर धारण करने से शनि के कष्टों से राहत मिलती है।
सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें
शनिवार के दिन एक किलो सप्तधान,आधा किलो काले तिल,आधा किलो काला चना, कुछ लोहे की कील,एक शीशी सरसों का तेल लेकर इन सभी चीजों को एक काले कपड़े में बांधकर पोटली बना दान करें ।
दान पोटली
शनिवार के दिन सूर्योदय से पूर्व या सूर्यास्त के बाद पीपल की पूजा करने से आपके ऊपर शनिदेव की कृपा के साथ ही लक्ष्मी जी की कृपा भी बनी रहती है।
पीपल की पूजा
काली गाय की सेवा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। उसके शीश पर रोली और सींगों में कलावा बांधकर धूप-आरती करनी चाहिए। फिर परिक्रमा करके गाय को बूंदी के लड्डू खिलाने से शनि का दोष कम होता है।
काली गाय की पूजा
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