Photo Credit: Google
यदि हम वास्तु के नियमों का ध्यान रखते हुए गृह निर्माण का कार्य करते हैं तो हमारे घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का वास होगा और मां लक्ष्मी की कृपा से दिन-रात घर की तरक्की होगी।
Photo Credit: Google
ऐसे में यदि आप भी घर बनवाने का प्लान कर रहे हैं, तो आइए वास्तु के हिसाब से जानते हैं मेन गेट से बेडरुम तक किस चीज के लिए कौन सी दिशा सही है।
Photo Credit: Google
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का मेन गेट पूर्व, उत्तर, उत्तर-पूर्व या पश्चिम दिशा में होना शुभ माना जाता है, इस दिशा में मेनगेट रखने से घर में सौभाग्य और सुख-शांति का प्रवेश होता है, वहीं दक्षिण-पश्चिम, दक्षिण, उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पूर्व दिशा में प्रवेश द्वार बनवाने से बचना चाहिए।
Photo Credit: Google
आंगन के बिना घर को अधूरा माना जाता है, तीन तरह के आंगन शुभ बताएं गए हैं. पहला घर के सामने आंगन, दूसरा घर के पीछे आंगन और तीसरा घर के बीचो बीच में आंगन। वास्तु के अनुसार उत्तर और पूर्व दिशा का आंगन उत्तम माना जाता है।
Photo Credit: Google
वास्तु के अनुसार घर का किचन दक्षिण-पूर्व दिशा यानी आग्नेय कोण में सर्वोत्तम माना जाता है, किचन बनावाते समय इस बात का ध्यान देना चाहिए कि भोजन बनाने में इस्तेमाल होने वाले स्टोव, चूल्हा, बर्नर या ओवन पूर्व दिशा में होना चाहिए।
Photo Credit: Google
इस दिशा में पूजा घर होने से सूर्योदय के वक्त सूर्य की किरणों के साथ घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है, पूजा घर इस हिसाब से बनवाएं कि पूजा करते वक्त आपका मुख उत्तर या पूर्व दिशा में हो।
Photo Credit: Google
वास्तु शास्त्र के अनुसार शौचालय हमेशा उत्तर-पश्चिम या उत्तर कोने में होना चाहिए, इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। शौचालय में टॉयलेट सीट लगवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि शौच करते वक्त मुख उत्तर या दक्षिण दिशा में रहे।
Photo Credit: Google
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मुखिया का बेडरूम दक्षिण पश्चमि दिशा मे होना चाहिए, वहीं शादीशुदा जातकों के लिए बेडरूम की सही दिशा उत्तर और उत्तर पश्चिम है। बेडरूम बनवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि सोते वक्त सिर उत्तर या पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए
Photo Credit: Google