लोकप्रिय रूप से भगवान कृष्ण के 'बचपन के निवास' के रूप में जाना जाने वाला वृंदावन हिंदुओं के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है। वृंदावन में आपको कई ऐसे मंदिर देखने को मिल जाएंगे जो कृष्ण और राधा जी को समर्पित हैं।
कृष्ण भक्तों के लिए वृंदावन का अपना ही एक अलग महत्व है। उत्तरप्रदेश राज्य के इस पवित्र शहर में भक्त दूर-दूर से बांके बिहारी जी के दर्शन करने के लिए और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं।
यहां पर आपको श्री कृष्ण और राधा रानी के कई और मशहूर मंदिर देखने को मिल जाएंगे।
भव्यता से परिपूर्ण, प्रेम मंदिर एक विशाल मंदिर है, जिसे वर्ष 2001 में जगद्गुरु श्री कृपालुजी महाराज द्वारा बनवाया गया था। ये मंदिर "भगवान के प्रेम का मंदिर" के रूप में जाना जाता है।
स्कॉन वृंदावन मंदिर, श्री कृष्ण बलराम मंदिर के रूप में भी जाना जाता है। इस्कॉन वृंदावन स्वामी प्रभुपाद (इस्कॉन के संस्थापक-आचार्य) का एक सपना था कि कृष्ण और बलराम दो भाइयों के लिए भी एक मंदिर बनवाना चाहिए।
मंदिरवृंदावन रेलवे स्टेशन से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित राधा रमन मंदिर वृंदावन में सबसे आधुनिक हिंदू मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है, जिन्हें राधा रमन माना जाता है।
वृंदावन लोकप्रिय रूप से "मंदिरों के शहर" और "भगवान की भूमि" के रूप में जाना जाता है। श्री रंगनाथ मंदिर इस खूबसूरत शहर में स्थित एक प्रमुख और प्रसिद्ध मंदिर है।
शाहजी मंदिर का निर्माण वर्ष 1876 में शाह कुंदन लाल द्वारा किया गया था और यह भगवान कृष्ण को समर्पित है। यहां के मुख्य देवता को छोटे राधा रमन के नाम से जाना जाता है।
माना जाता है कि जिस शहर में हिंदू भगवान, भगवान कृष्ण ने अपना बचपन बिताया था, उसी शहर की गोद में बैठा गोविंद देवजी मंदिर पिछली पांच शताब्दियों से एक वास्तुशिल्प चमत्कार के रूप में खड़ा है।
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