स्वर्णिम शरीर व बारह भुजाओं से युक्त यह गणपति प्रतिमा अपने हाथों में क्रमशः शंख, ईख, पुष्प, धनुष, बाण, कुल्हाड़ी, पाश, अंकुश, चक्र, हाथी, दांत, धान की बाली तथा फूलों की लड़ी लिए रहती है । इनका पूजन किसी भी शुभ कार्य के प्रारंभ में करना अत्यन्त लाभदायक होता है।