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क्या चमत्कार है! वैज्ञानिकों ने पहली बार ठोस पदार्थों में इलेक्ट्रॉनिक क्रिस्टलाइट्स की खोज की

Science News: वैज्ञानिकों ने यह खोज की है कि ठोस पदार्थों के इलेक्ट्रॉन एक 'इलेक्ट्रॉनिक क्रिस्टल' अवस्था में हो सकते हैं, जिसमें ठोस और द्रव दोनों के गुण पाए जाते हैं।

ठोस पदार्थ में इलेक्ट्रॉनिक क्रिस्टल की खोज
ठोस पदार्थ में इलेक्ट्रॉनिक क्रिस्टल की खोज

Science News in Hindi: दक्षिण कोरिया के वैज्ञानिकों ने एक महत्वपूर्ण खोज की है। उन्होंने पहली बार ‘इलेक्ट्रॉनिक क्रिस्टल’ का निर्माण किया है। यह क्रिस्टल ठोस और द्रव गुणों का अद्भुत मिश्रण प्रस्तुत करता है। इस क्रिस्टल में इलेक्ट्रॉन एक व्यवस्थित अवस्था म रहते हैं। वे इधर-उधर नहीं जा सकते। यह खोज विज्ञान के क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान कर सकती है। ठोस पदार्थों में इलेक्ट्रॉनों की इस व्यवस्था को समझना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे नए प्रकार के मैटीरियल के विकास में मदद मिलेगी।

इलेक्ट्रॉनिक क्रिस्टल का आकार 

इलेक्ट्रॉनिक क्रिस्टल का आकार 1 से 2 नैनोमीटर है। यह इंसानी बाल की मोटाई के 1 10,000वें हिस्से से भी कम है। इसका यह लघु आकार इसे और भी दिलचस्प बनाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह नई क्रिस्टल संरचना भविष्य के नवाचारों के लिए उपयोगी हो सकती है।

विग्नर क्रिस्टल

इस इलेक्ट्रॉनिक क्रिस्टल को ‘विग्नर क्रिस्टल’ कहा जाता है। इसका सिद्धांत भौतिक विज्ञानी यूजीन विग्नर ने 1934 में प्रस्तुत किया था। यह पहली बार है कि इस सिद्धांत का प्रयोगात्मक प्रमाण प्रस्तुत किया गया है।

शोध की प्रक्रिया 

किम के नेतृत्व में एक शोध दल ने यह उपलब्धि हासिल की है। दक्षिण कोरिया के विज्ञान और आईसीटी मंत्रालय के अनुसार, यह खोज महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

इलेक्ट्रॉनिक क्रिस्टल की विशेषताएँ

इलेक्ट्रॉनिक क्रिस्टल में ठोस और द्रव के गुण एक साथ मौजूद हैं। यह इलेक्ट्रॉन के लिए एक नई अवस्था का प्रतिनिधित्व करता है। वैज्ञानिकों ने इलेक्ट्रॉनों के ऊर्जा-गति संबंध को मापते हुए इस क्रिस्टल की खोज की।

उच्च तापमान सुपरकंडक्टर 

यह खोज उच्च तापमान पर सुपरकंडक्टिविटी और सुपरफ्लुइडिटी को समझने में मदद कर सकती है। उच्च तापमान वाले सुपरकंडक्टर को लिक्विड नाइट्रोजन से ठंडा किया जा सकता है। यह ऊर्जा के नए स्रोतों के विकास में सहायक हो सकता है।

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चिकित्सा क्षेत्र में उपयोग 

सुपरफ्लुइड्स का संभावित उपयोग हेल्थकेयर और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में भी किया जा सकता है। किम ने कहा कि उनकी टीम ने क्षार धातुओं से डोप किए गए इलेक्ट्रॉनों के ऊर्जा-गति संबंध को मापते हुए इस क्रिस्टल को देखा।

वैज्ञानिकों की नई धारणा 

अब तक, वैज्ञानिक केवल इलेक्ट्रॉनों को क्रम और बिना क्रम के रूप में समझते थे। लेकिन इस खोज ने तीसरे प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक क्रिस्टल की पहचान की है।

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भविष्य की संभावनाएँ 

इस खोज से भौतिकी में कई पुराने सवालों के जवाब मिलने की संभावना है। इससे वैज्ञानिकों को नई दिशा में अनुसंधान करने का अवसर मिलेगा।

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