India-Russia Relationship: अमेरिका ने भारत पर 50% का डायरेक्ट लगा दिया है जिसके बाद भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ वॉर चल रहा है। इसी बीच रूस नें एक बार फिर से इंडिया के साथ अपनी दोस्ती निभाई है। रूस ने भारत को अपने बाजार में व्यापार करने की खुली छूट दी है।
रूस ने भारत के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई है। उसने स्पष्ट किया है कि भारतीय उत्पादों के लिए उसके बाजार हमेशा खुले रहेंगे। यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ और व्यापार को लेकर तनाव बढ़ रहा है।
भारत के लिए खुले रहेंगे रूस के बाजार (India-Russia Relationship)
रूस ने भारत को आश्वासन दिया है कि यदि अमेरिकी बाजार में टैरिफ के कारण भारतीय सामानों को कोई बाधा आती है, तो रूसी बाजार भारतीय उत्पादों के लिए एक मजबूत विकल्प प्रदान करेगा। यह कदम भारत और रूस के बीच बढ़ते व्यापारिक सहयोग और परस्पर विश्वास को दर्शाता है।
ऊर्जा क्षेत्र में भी रूस ने भारत को विशेष प्राथमिकता दी है। भारत को रूसी कच्चे तेल पर लगभग 5% की छूट दी जा रही है, जिससे भारतीय ऊर्जा क्षेत्र को महत्वपूर्ण लाभ मिला है। रूस ने यह भी कहा है कि अमेरिका द्वारा भारत पर तेल खरीद को लेकर बनाए जा रहे दबाव को वह अनुचित मानता है। इसके बावजूद, रूस ने भारत के साथ अपने ऊर्जा सहयोग को बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई है। यह सहयोग न केवल भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद कर रहा है, बल्कि दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को भी और मजबूत कर रहा है।
इसके अलावा, रूस ने व्यापारिक लेनदेन को सुगम बनाने और भुगतान प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाए हैं। यह प्रयास दोनों देशों के बीच व्यापार बाधाओं को कम करने और व्यापार को अधिक सरल बनाने में सहायक होगा। रूस का यह रुख वैश्विक व्यापारिक परिदृश्य में उसकी स्थिरता और भारत के साथ गहरे संबंधों को दर्शाता है। रूसी अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि बाहरी दबावों के बावजूद भारत-रूस ऊर्जा सहयोग जारी रहेगा।
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