Israel Iran Conflict: मिडिल ईस्ट में लंबे समय से तनाव और संघर्ष जारी है। दुनिया के कई देशों की ओर से लगातार कोशिशों के बावजूद ईरान और इजरायल के बीच तनाव खत्म होता नहीं दिख रहा है। कुछ न कुछ ऐसा जरूर हो जा रहा है जिससे लग रहा है कि यह तनाव कभी भी किसी विनाशकारी युद्ध में बदल सकता है। वैश्विक मामलों के जानकारों की माने तो अगर ऐसा हुआ तो मिडिल ईस्ट का यह युद्ध दुनिया के लिए किसी भयंकर सपने से कम नहीं होगा। आशंका है कि ईरान और इजरायल के बीच जारी तनाव किसी भी वक्त एटमी युद्ध में तब्दील हो सकता है।
दरअसल ईरान के एक विनाशक प्लान ने अमेरिका समेत दुनियाभर के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक ईरान इजरायल पर एटमी हमला करने का जाल बुन रहा है। ऐसे में दुनिया पर परमाणु जंग का खतरा मंडरा रहा है। आशंका है कि ईरान और इजरायल के बीच जारी तनाव किसी भी समय एटमी युद्ध का रूप ले सकता है।
ईरानी खेमे से आ रही खबरों ने मिडिल ईस्ट में इतिहास की सबसे विनाशक जंग का अलार्म बजा दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है इजरायल के खिलाफ ईरान सबसे खतरनाक कदम उठा सकता है। ईरान अपने परमाणु हथियारों में से एक हथियार का इस्तेमाल इजरायल के खिलाफ कर सकता है।
अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट का कहना है कि ईरान के पास बैलिस्टिक मिसाइलों से लदे 8 और 9 परमाणु हथियार तैयार और तैनात हो सकता है। ऐसे में अगर ईरान ने इजरायल पर परमाणु हमला करने की हिमाकत की तो अंदाजा लगाना मुश्किल है कि दुनिया के मोर्चे पर कितनी विनाशक जंग की शुरुआत हो सकती है। क्योंकि इजरायल भी एटमी पावर है। इतना ही नहीं इजरायल के साथ वो अमेरिका खड़ा है जो पहले दुनिया को एटम बम की खौफनाक ताकत दुनिया को दिखा चुका है।
इजरायल के साथ ईरान की दुश्मनी चरम पर है और ऐसे में ईरान अपने एटमी जखीरे को धार देने में लगा है। इसका खुलासा हाल ही में मिडिल ईस्ट की न्यूज़ वेबसाइट ईरान इंटरनेशनल ने किया है। जिसके मुताबिक 20 साल बाद ईरान ने अपने सीक्रेट परमाणु हथियार कार्यक्रम को फिर तेज कर दिया है और ईरान परमाणु बम बनाने के बहुत करीब पहुंच गया है। ईरान ने परमाणु बम डेटोनेटर को बनाकर उसका टेस्ट शुरू कर दिया है। मिसाइल के लिए एटमी वॉरहेड भी बना रहा है।
पहले ही खुलासा हो चुका है कि ईरान ने अपने यूरेनियम संवर्धन शुद्धता के स्तर को 60 फीसदी तक बढ़ा दिया है और कम समय में कई परमाणु बम बनाने के लिए एनरिच्ड यूरेनियम जमा कर लिया है, ताकि वॉरहेड बना सके। इतना ही नहीं ईरान लगातार अपनी मिसाइल ताकत भी बढा रहा है और हाल ही में उसने कई नई मिसाइलों का टेस्ट किया है।
बताया जा रहा है कि ईरान अंतरिक्ष कार्यक्रम की आड में लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों का विकास कर रहा है ताकि इन पर परमाणु वॉरहेड फिट किया जा सके। ईरान के इसी प्लान को देखकर दुनियाभर में हड़कंप मचा है। अमेरिका के खेमे में भी चिंता दिख रही है। क्योंकि ईरान ने एटमी हमला कर दिया तो फिर मिडिल ईस्ट में महायुद्ध तय है।
आपको बता दें कि 31 जुलाई को ईरान के तेहरान में इस्माइल हनिया की हत्या उस वक्त कर दी गई थी जब वह ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए तेहरान में थे। ईरान ने इस हत्याकांड के पीछे इजरायल का हाथ बताया, लेकिन इजरायल ने इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके बाद ईरान के सर्वोच्च अयातोल्लाह अली खामेनेई ने हनिया की मौत का बदला लेने का ऐलान कर दिया।
इस्माइल हनिया अकेले ऐसे हमास नेता नहीं थे जिन्हें हाल के दिनों में मारा गया हो। इजरायल ने पिछले दिनों में हमास के सेना प्रमुख मोहम्मद दिएफ को गजा पट्टी में एक हवाई हमले में मारने का दावा किया था। ईरान समर्थित लेबनानी समूह हिजबुल्लाह ने भी ये एलान किया था कि वह अपने सीनियर कमांडर फुआद शुक्र की मौत का बदला ले कर रहेगा।
इसके बाद अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने जी 7 देशों में अपने समकक्षों को ये चेतावनी भी दी थी कि ईरान और हिजबुल्लाह किसी भी वक्त इजरायल पर हमला कर सकते हैं। हालांकि, अभी तक ये बड़ा हमला नहीं हुआ है लेकिन खतरा लगातार बना हुआ है।
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