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Lake Michigan Craters: दुनिया की सबसे बड़ी झील में 40 से ज्यादा रहस्यमय गड्ढों की खोज से वैज्ञानिक हैरान, क्या है इनका रहस्य?  

Lake Michigan Craters: अमेरिका की मिशिगन झील में वैज्ञानिकों ने कम से कम 40 रहस्यमय गड्ढों की खोज की है। ये गड्ढे 6 से 12 मीटर की गहराई और 150 से 300 मीटर तक के व्यास वाले हैं।

Lake Michigan Craters: करीब दो साल पहले वैज्ञानिकों ने मिशिगन झील के तल पर सोनार की मदद से कुछ अजीबोगरीब घेरे देखे थे, जिनका रहस्य अब तक नहीं सुलझ पाया था। हाल ही में किए गए एक सर्वे से पता चला है कि ये घेरे असल में विशाल गड्ढे हैं। रिसर्चर्स का कहना है कि अभी भी इन गड्ढों के बारे में कई रहस्य बरकरार हैं। लेक मिशिगन, जो क्षेत्रफल के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी झील है और पूरी तरह से एक ही देश (अमेरिका) में स्थित है, में इन गड्ढों की खोज 2022 में की गई थी।

रिसर्चर्स तब विस्कॉन्सिन शिपरेक कोस्ट नेशनल मरीन सैंक्चुअरी में मिशन पर थे, जो मिशिगन झील का संरक्षित क्षेत्र है और इसमें 36 जहाजों के मलबे हैं। उस समय वैज्ञानिक झील के तल का नक्शा बना रहे थे, और तब उन्हें इन गड्ढों के बारे में पता चला। ये गड्ढे 6 से 12 मीटर की गहराई और 150 से 300 मीटर तक के व्यास वाले हैं।

रस ग्रीन, जो इस सैंक्चुअरी के सुपरिटेंडेंट और मैरीटाइम आर्कियोलॉजिस्ट हैं, ने बताया कि ये गड्ढे 500 फीट (150 मीटर) गहरे पानी में स्थित हैं। पुराने जहाजों के मलबे की खोज करने वाले ब्रेंडन बैलोद ने भी इन गड्ढों को देखा और कहा कि ये साफ तौर पर क्रेटर थे। उन्होंने बताया कि दर्जनों गड्ढे उनके सर्च ग्रिड में थे, और ये 500 से 1,000 फीट (150 से 300 मीटर) व्यास के थे।

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इसके बाद बैलोद और ग्रीन ने NOAA (नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन) से संपर्क किया, जिन्होंने इन गड्ढों की पुष्टि के लिए एक साझा सर्वे टीम भेजी। 21 अगस्त को रिमोट व्हीकल की मदद से पुष्टि हुई कि ये विशाल प्राकृतिक क्रेटर हैं। वैज्ञानिकों ने कम से कम 40 ऐसे क्रेटर की खोज की है, हालांकि और भी हो सकते हैं।

मिशिगन झील में इन रहस्यमय गड्ढों के बारे में वैज्ञानिकों का मानना है कि ये सिंकहोल हो सकते हैं। इस तरह के गड्ढे पहले भी हूरोन झील में पाए गए थे, जो भूजल द्वारा बेडरॉक को घोलने से बनते हैं। चूना पत्थर पर स्थित मिशिगन झील में यह प्रक्रिया संभव हो सकती है, लेकिन इसकी पुष्टि के लिए और रिसर्च की जरूरत होगी।

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