Home दुनिया Life On Mars NASA Research: मंगल पर जीवन का सबूत,NASA की नई...

Life On Mars NASA Research: मंगल पर जीवन का सबूत,NASA की नई रिसर्च में मिले ठोस संकेत!

Life On Mars NASA Research: नासा की लेटेस्ट रिसर्च के अनुसार, मंगल ग्रह के मध्य-अक्षांश क्षेत्रों में जीवन के लिए अनुकूल परिस्थितियां, विशेष रूप से प्रकाश संश्लेषण की संभावनाएं, मौजूद हो सकती हैं।

Life On Mars NASA Research
Life On Mars NASA Research

Science News in Hindi: सदियों से मानव पृथ्वी के बाहर जीवन की संभावना को लेकर रोमांचित रहा है। जैसे-जैसे विज्ञान और तकनीक ने तरक्की की, ब्रह्मांड में जीवन की खोज भी तेज हो गई। आधुनिक टेलीस्कोप और अंतरिक्ष मिशनों की बदौलत अब हम सुदूर पिंडों को देख सकते हैं, लेकिन अब तक किसी अन्य ग्रह पर जीवन के स्पष्ट प्रमाण नहीं मिले हैं। हालांकि, NASA की एक नई रिसर्च मंगल ग्रह पर जीवन की संभावनाओं की ओर इशारा करती है।

नासा की नई रिसर्च और मंगल पर जीवन

अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA की जेट प्रपल्शन लैबोरेटरी (JPL) से जुड़े रिसर्चर आदित्य खुल्लर द्वारा की गई एक नई रिसर्च में बताया गया है कि मंगल ग्रह के मध्य अक्षांश क्षेत्रों में धूल भरी बर्फ के नीचे प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक परिस्थितियां हो सकती हैं। इन क्षेत्रों में सतह के नीचे पानी की बर्फ होने की संभावना जताई गई है, जो कई मीटर मोटी पत्थर की परतों के नीचे संरक्षित है। यह बर्फ मंगल ग्रह पर जीवन की खोज के लिए एक महत्वपूर्ण दिशा हो सकती है।

मंगल पर प्रकाश संश्लेषण की संभावना 

प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है, जिससे पृथ्वी पर वानस्पतिक जीवन संभव होता है। इसके जरिए पौधे और कुछ बैक्टीरिया सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड को ऑक्सीजन और ग्लूकोज में बदलते हैं। यह प्रक्रिया पृथ्वी पर जीवन के लिए ऑक्सीजन का प्रमुख स्रोत है। नासा की इस नई रिसर्च के अनुसार, मंगल की बर्फ की परतें सूर्य की हानिकारक किरणों से सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ प्रकाश संश्लेषण के लिए पर्याप्त प्रकाश की अनुमति भी दे सकती हैं।

ये भी पढ़ें-क्या चमत्कार है! वैज्ञानिकों ने पहली बार ठोस पदार्थों में इलेक्ट्रॉनिक…

मंगल की बर्फ में जीवन के संकेत 

रिसर्चर आदित्य खुल्लर का मानना है कि मंगल ग्रह पर बर्फ के नीचे का क्षेत्र जीवन के लिए एक सुरक्षित और रहने योग्य स्थान हो सकता है। उनकी रिसर्च में यह प्रस्ताव दिया गया है कि यदि कहीं ब्रह्मांड में जीवन पाया जा सकता है, तो मंगल की बर्फ वाली सतहें सबसे सुलभ स्थानों में से एक हो सकती हैं। हालांकि, यह रिसर्च साफ तौर पर नहीं कहती कि मंगल पर जीवन है या कभी था, मगर यह जरूर बताती है कि कहां और कैसे जीवन की खोज की जानी चाहिए।

क्यों मंगल पर जीवन की उम्मीद है? 

मंगल ग्रह, पृथ्वी की तरह, सूर्य के ‘हैबिटेबल जोन’ में आता है। यह वह क्षेत्र है, जहां तापमान इतना अनुकूल होता है कि तरल पानी लंबे समय तक मौजूद रह सकता है। भले ही मंगल आज सूखा ग्रह है, लेकिन NASA के कई मिशन पहले से इस बात की पुष्टि कर चुके हैं कि अतीत में मंगल पर पानी मौजूद था। इस पानी का अस्तित्व अरबों साल पहले मंगल के वातावरण में भारी बदलाव आने से समाप्त हो गया था।

ये भी पढ़ें-Science News: मंगल की सतह पर यह किसका चेहरा? NASA के…

मंगल का भविष्य और जीवन की खोज 

मंगल ग्रह पर तरल पानी के समाप्त होने के पीछे वैज्ञानिकों का मानना है कि इसका चुंबकीय क्षेत्र ढह गया था, जिसके कारण ग्रह पर अल्ट्रावायलेट रेडिएशन बढ़ गया। मंगल पर धरती से 30% अधिक अल्ट्रावायलेट किरणें मौजूद हैं, क्योंकि वहां ओजोन परत जैसी सुरक्षा कवच नहीं है। इसके बावजूद, नासा की लेटेस्ट रिसर्च मंगल पर जीवन की संभावनाओं को एक नई दिशा प्रदान करती है, जिससे यह ग्रह भविष्य में जीवन की खोज के लिए सबसे उपयुक्त स्थान हो सकता है

तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें TwitterKooapp और YouTube पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबर।

Exit mobile version