Science News In Hindi: हाल ही में जारी एक रिपोर्ट ने दावा किया है कि आने वाले समय में पुरुषों की संख्या धीरे-धीरे कम होती जाएगी। यहां तक कि एक समय ऐसा भी आ सकता है, जब धरती से मर्द पूरी तरह से गायब हो सकते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि Y क्रोमोसोम में लगातार जीन का नुकसान हो रहा है, जो इस घटना का मुख्य कारण है।
Y क्रोमोसोम की भूमिका
Y क्रोमोसोम, जो पुरुष लिंग का निर्धारण करता है, धीरे-धीरे सिकुड़ता जा रहा है। इस रिपोर्ट के अनुसार, आगे आने वाले वर्षों में पुरुषों का जन्म लगभग बंद हो सकता है। यह क्रोमोसोम पुरुषों की लिंग पहचान के लिए महत्वपूर्ण है, और इसके गायब होने से सिर्फ लड़कियों का ही जन्म होगा।
कैसे होता है लिंग निर्धारण?
इंसानों और स्तनधारियों में X और Y क्रोमोसोम्स पाए जाते हैं, जिनसे लिंग का निर्धारण होता है। X क्रोमोसोम महिला लिंग को और Y क्रोमोसोम पुरुष लिंग को दर्शाता है। लेकिन रिसर्च के मुताबिक, Y क्रोमोसोम धीरे-धीरे कमजोर होता जा रहा है, जिससे भविष्य में पुरुषों की आबादी में कमी हो सकती है।
Y क्रोमोसोम का सिकुड़ना क्यों?
ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक जेनी ग्रेव्स के अनुसार, Y क्रोमोसोम अंडकोष में स्थित होता है, जो उत्परिवर्तनों (mutations) के कारण जीन का नुकसान झेल रहा है। शुक्राणु निर्माण के लिए कई कोशिका विभाजन होते हैं, जो उत्परिवर्तन का कारण बन सकते हैं और क्रोमोसोम पर असर डाल सकते हैं।
क्या मर्दों के लिए है खतरा?
वैज्ञानिकों का कहना है कि यद्यपि Y क्रोमोसोम के खत्म होने की आशंका है, लेकिन इसे लेकर तुरंत घबराने की जरूरत नहीं है। इस प्रक्रिया में अभी लगभग 7 मिलियन साल तक का समय है। हालांकि, यह चिंता का विषय है कि अगर Y क्रोमोसोम पूरी तरह गायब हो गया, तो लिंग निर्धारण के लिए कोई नया जीन विकसित होना पड़ेगा।
वैज्ञानिकों की आशा
हालांकि इस रिपोर्ट में पुरुषों के भविष्य को लेकर गंभीर चिंताएं हैं, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि प्रकृति में लिंग निर्धारण के लिए कोई अन्य तरीका विकसित हो सकता है। कुछ जीवों में ऐसे परिवर्तन देखे गए हैं, जिससे इंसानों में भी ऐसे बदलाव की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
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