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12 Jyotirlinga Darshan In Delhi: इस सावन दिल्ली में यहां होंगे 12 ज्योतिर्लिंग के साक्षात दर्शन, होगी सब मनोकामना पूर्ण, इस दिन से होगी शुरुआत

12 Jyotirlinga Darshan In Delhi: 12 ज्योतिर्लिंगों के साक्षात दर्शन करने के लिए अब अलग-अलग धाम पर जाने की जरूरत नहीं है। अब शिव भक्तों को एक ही जगह में भगवान शिव के दर्शन होंगे।

12 Jyotirlinga Darshan In Delhi
12 Jyotirlinga Darshan In Delhi

12 Jyotirlinga Darshan In Delhi: दिल्ली और दिल्ली के आसपास रहने वाले शिवभक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अगर आप भी शिव के सभी रूपों को दर्शन करने कि अभिलाषा रखते हैं तो अब इसके लिए आपको बड़े बजट या फिर कोई ट्रेवल प्लान की जरूरत नहीं होगी। दिल्ली के गौरी शंकर मंदिर में ही आप इन 12 शिवलिंगों का दर्शन कर पाएंगे और इसकी लिए मंदिर कमेटी पूरी तैयारी जोर-शोर से कर ली है, तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से..

12 Jyotirlinga Darshan In Delhi: इस दिन से होगी शुरूआत

दिल्ली के चांदनी चौक के गौरी शंकर मंदिर में इन सभी ज्योतिर्लिगों की प्राण प्रतिष्ठा पूरे कर्म कांडों के साथ 22 जुलाई से शुरू होने जा रही है और आपको बता दें कि ये प्राण प्रतिष्ठा पूरे 5 दिन तक चलने वाली है। जिसके पूरे होने के बाद 28 तारीख से सभी आम और खास के लिए मंदिर प्रांगण के द्वार खोल दिये जाएँगें।

12 Jyotirlinga Darshan In Delhi: साक्षात होंगे दर्शन

सभी शिवभक्तों के सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग, बाबा विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग, त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग, वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग, केदारनाथ ज्योतिर्लिंग, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग, नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के प्रारुपों के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होगा।

प्राचीन गौरी शंकर मंदिर की मान्यता

देश की राजधानी दिल्ली के चांदनी चौक स्थित प्राचीन गौरी शंकर मंदिर की महिमा अपरम्पार है। यहां श्रद्धालु भारी संख्या में आते हैं। माना जाता है कि यहां पर भगवान शिव और माता पार्वती प्रकट हुए थे। इस मंदिर में 5 पीपल के वृक्ष भी है, जो बेहद ही प्राचीन और चमत्कारी है। ऐसा माना जाता है कि जब जब पांडव अज्ञातवास के लिए निकले थे तो यहां पर उन्होंने भगवान शिव और पार्वती की पूजा-अर्चना की थी।

ऐसा भी माना जाता है कि मंदिर का मंदिर का जीर्णोद्वार 800 वर्ष पहले बना था। मान्यता है कि मात्र एक लोटा जल चढ़ाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। जो भी भक्त अपनी मुराद लेकर यहां आता है भगवान भोले उसकी हर इच्छा पूरी करते हैं। यहां पूरे वर्ष लोग दूर-दूर से आते हैं और भगवान शिव पार्वती का आशीर्वाद लेते हैं। सावन के महीने में मंदिर की शोभा देखते ही बनती है।

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