Peepal Ke Upay: पीपल के वृक्ष की पूजा-अर्चना करने से कुंडली में शनि की अशुभ दशा में लाभ मिलता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या या शनि की महादशा, अंतर्दशा, प्रत्यंतर्दशा चल रही हो और शनि कष्ट दे रहा हो तो उसे तुरंत ही कुछ उपायों को करना चाहिए जिनसे उसे लाभ मिल सकता है। शास्त्रों में पीपल के वृक्ष में ब्रह्मपिशाच के निवास का उल्लेख मिलता है। लेकिन इसे लेकर लोगों में गलत धारणा फैली हुई है कि प्रेत, पिशाच की प्रवृत्ति हमेशा पीड़ादायक होती है। इनसे सच्चे मन से प्रार्थना करने से हमारी समस्याओं का निवारण भी हो सकता है। तो आइए जानते हैं पीपल के वृक्ष के कुछ उपायों के बारे में जिससे होगा सभी समस्याओं का हल।

पीपल के उपाय
• शनिवार के दिन शाम के समय पीपल के वृक्ष में सरसों के तेल का दीपक जलाने और उसका पूजन करने से कई कष्टों से राहत मिलती है।
• कुंडली में शनि ग्रह की स्थिति मजबूत करने के लिए शनिवार के दिन सायंकाल के समय पीपल के वृक्ष के चारों ओर शनि मंत्र का जाप करते हुए 8 बार कच्चा सूट लपेटे। इस उपाय से अनजाने में हुए बढ़ा दो के लिए भी शनिदेव क्षमा कर देते हैं।
• अगर आपके घर में दरिद्रता का वास है तो पीपल के वृक्ष के नीचे भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित कर प्रतिदिन उस पर जल अर्पित करना चाहिए और भोलेनाथ और शनि देव की आराधना करनी चाहिए। ऐसा करने से शीघ्र ही अच्छे परिणाम दिखाई देने लगते हैं।
इस उपाय से ब्रह्म पिशाच करेंगे आपके कष्टों का निवारण
पीपल के वृक्ष पर निवास करने वाले ब्रह्मपिशाच से अगर स्वच्छ मन से प्रार्थना कर उन्हें खुश किया जाए, तो वह कई कष्टों का निवारण कर सकते हैं। इसके लिए अमावस्या की संध्या उपरांत केले के पत्ते पर दही, चावल एवं सरसों के तेल में तला हुआ पापड़ वृक्ष के नीचे रख दें। तत्पश्चात पीपल पर निवास करने वाली शक्तियों से उसे स्वीकार करने का आग्रह करें और उन्हें अपना कष्ट बताएं। इस उपाय को करने से पीपल के वृक्ष पर विराजमान दिव्य अलौकिक शक्तियां व्यक्ति से प्रसन्न हो उनके कार्य को अवश्य पूरा करती हैं।
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(यह ख़बर विधान न्यूज के साथ इंटर्नशिप कर रहे गौरव श्रीवास्तव द्वारा तैयार की गई है।)
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