
Chaturmas 2025 Rules: आज देवशयनी एकादशी का त्यौहार मनाया जा रहा है और आज से ही चातुर्मास का शुरुआत भी हो रहा है। चातुर्मास ( Chaturmas 2025 ) के दौरान भगवान श्री हरि 4 महीने के लिए निद्रा अवस्था में चले जाते हैं। इस अवधि को एक पवित्र अवधि कहा जाता है और इस दौरान विशेष रूप से पूजा पाठ और व्रत करना चाहिए। चतुर मास के दौरान कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए वरना श्री नारायण नाराज हो जाते हैं।
चातुर्मास के दौरान ना करें ये गलतियां (Chaturmas 2025 Rules)
अनियमित व्रत: चातुर्मास में व्रत और उपवास का विशेष महत्व है। अनियमित व्रत करने से बचना चाहिए और नियमों का पालन करना चाहिए।
अस्वस्थ आहार: चातुर्मास में सात्विक और पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। अस्वस्थ और तले हुए भोजन से बचना चाहिए।
अनैतिक व्यवहार: चातुर्मास के दौरान नैतिक मूल्यों का पालन करना चाहिए। अनैतिक व्यवहार से बचना चाहिए और धार्मिक नियमों का पालन करना चाहिए।
पूजा में लापरवाही: चातुर्मास में नियमित पूजा और धार्मिक अनुष्ठानों का पालन करना चाहिए। पूजा में लापरवाही से बचना चाहिए।
नकारात्मक विचार: चातुर्मास के दौरान सकारात्मक विचारों को अपनाना चाहिए। नकारात्मक विचारों से बचना चाहिए और मन को शांत रखना चाहिए।
अनिद्रा: चातुर्मास में पर्याप्त नींद लेना आवश्यक है। अनिद्रा से बचना चाहिए और नियमित नींद का पालन करना चाहिए।
व्यायाम की कमी: चातुर्मास में हल्के व्यायाम और योग का पालन करना चाहिए। व्यायाम की कमी से बचना चाहिए और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।
धूम्रपान और शराब: चातुर्मास के दौरान धूम्रपान और शराब से पूरी तरह से बचना चाहिए। इनसे स्वास्थ्य और आध्यात्मिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
अनावश्यक खर्च: चातुर्मास में अनावश्यक खर्च से बचना चाहिए और दान-पुण्य पर ध्यान देना चाहिए।
अहंकार और घमंड: चातुर्मास के दौरान विनम्रता और सरलता का पालन करना चाहिए। अहंकार और घमंड से बचना चाहिए और दूसरों के प्रति सहानुभूति रखनी चाहिए।
चातुर्मास एक पवित्र और आध्यात्मिक अवधि है जिसमें धार्मिक और नैतिक मूल्यों का पालन करना आवश्यक है। इन 10 गलतियों से बचकर आप चातुर्मास का पूरा लाभ उठा सकते हैं और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त कर सकते हैं।
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