Holika Dahan 2025 : होली हिंदुओं का एक बहुत बड़ा त्यौहार है. होली को लेकर तरह-तरह की मान्यताएं हैं. पंचांग के अनुसार इस साल 14 मार्च को होली ( Holi 2025 ) का त्यौहार मनाया जाएगा. 13 मार्च की रात होलिका दहन मनाया जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार होलिका दहन की रात को सरसों का उबटन लगाकर शरीर को रोगों से मुक्त किया जाता है. आप अगर होलिका दहन के समय सरसों का उबटन लगाने की सोच रहे हैं तो आज हम आपको इसका महत्व बताएंगे.
होलिका दहन पर लगाए गए उबटन का महत्व ( Holika Dahan 2025 )
सनातन धर्म में होलिका दहन की रात को पूरे शरीर में ओपन लगाने की परंपरा है. शरीर से निकली मैल को होलिका में डाल दिया जाता है जिससे सभी नकारात्मकता दूर हो जाती है. कहा जाता है कि घर में अगर कोई सदस्य बीमार रहता है तो यह कार्य करने से वह शारीरिक पीड़ा से दूर हो जाता है. इससे रोग दोष दूर हो जाते हैं.
इस तरह तैयार करें उबटन
होलिका दहन के समय सरसों का उबटन बनाने के लिए सबसे पहले सरसों को दानो को शहद दही नींबू का रस मिलाकर अच्छी तरह से पीस ले. पिसे हुए पेस्ट को चेहरे पर 20 से 25 मिनट तक लगे और जब यह सुख जाए तो हलके हाथों से मसाज करके इसे छुड़ाएं. यह सुख जाएगा तो आसानी से आपके शरीर का सभी गंदगी निकल जाएगा.
होलिका दहन पर करें काली सरसों के उपाय
यदि आपको शत्रुओं का भाई बना रहता है या फिर आप किसी बड़ी चिंता से परेशान रहते हैं तो मुक्ति पाने के लिए आप होलिका दहन की रात को काली सरसों काला तेल लौंग और सूखा नारियल को लेकर अपने सिर पर सात बार वार लें. उसके बाद जल्दी होलिका में इसे डाल दें. कहा जाता है ऐसा करने से सभी परेशानियां दूर होगी.
उबटन लगाने से कई तरह की समस्याएं दूर हो जाती है और साथ ही साथ ग्रह दोष भी दूर होता है.इसे आपके जीवन की तमाम समस्याएं दूर हो जाएगी.होलिका दहन के दिन आपको हर हाल में ओपन लगाना चाहिए.इससे आपके जीवन में तमाम समस्याएं दूर हो जाएगी.इस दिन सरसों से जुड़े कुछ उपाय करना चाहिए. इससे तमाम समस्याएं दूर होगी.
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