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Pitru Paksha 2024: पितृ पक्ष के दौरान इस मंदिर में दर्शन करने से दूर होता है पितृ दोष,यही माता सती ने किया था आत्मदाह 

Pitru Paksha 2024: 17 सितंबर 2024 से इस साल पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है। पितृ पक्ष का समापन 2 अक्टूबर को हो जाएगा। पितृ पक्ष के दौरान भारत में एक चमत्कारी मंदिर है जहां दर्शन करने से सभी पितृ दोष दूर हो जाते हैं।

Pitru Paksha 2024
Pitru Paksha 2024

Pitru Paksha 2024: पितृ पक्ष को हिंदू धर्म में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है और इसे श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है। इस दौरान लोग अपने पूर्वजों का पूजा करते हैं और पिंडदान करते हैं। धर्मशास्त्र के अनुसार इस दौरान पूर्वज धरती पर आते हैं और व्यक्ति के जीवन के सभी परेशानियों को दूर कर देते हैं। 17 सितंबर 2024 से इस साल पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है। पितृ पक्ष का समापन 2 अक्टूबर को हो जाएगा। पितृ पक्ष के दौरान भारत में एक चमत्कारी मंदिर है जहां दर्शन करने से सभी पितृ दोष दूर हो जाते हैं।

दक्षेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन मात्र से दूर होता है पितृ दोष (Pitru Paksha 2024)

दक्षेश्वर महादेव मंदिर (Daksheshwar Mahadev Mandir) महादेव का एक प्रमुख धाम माना जाता है और यह मंदिर पूर्ण रूप से भगवान शिव को समर्पित है। यह हरिद्वार के कनखल में स्थित है और इस पवित्र स्थल का दर्शन करने से पितृ दोष दूर होती है। इस पवित्र स्थल का नाम माता सती के पिता राजा दक्ष के नाम पर रखा गया है। यहां पर महादेव के साथ राजा दक्ष की भी पूजा होती है। इस मंदिर का निर्माण 1810 में रानी धनकौर के द्वारा करवाया गया।

यहां पूजा करने से दूर होता है पितृ दोष

ऐसी मान्यता है कि इस धाम में पूजा-पाठ और दर्शन करने से भक्तों के सभी दुख दूर होते हैं। साथ ही कुंडली से पितृ दोष का प्रभाव धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है।

इस स्थान पर माता सती ने त्यागे थे अपने प्राण

पौराणिक कथाओं के अनुसार राजा दक्ष ने एक भव्य यज्ञ का आयोजन किया था जिसमें उन्होंने सभी देवी देवताओं को नेता दिया था। लेकिन इस यज्ञ में माता सती और भगवान शिव को न्योता नहीं मिला था लेकिन पिता का यज्ञ समझकर बिन बुलाए ही माता सती पिता के घर चली गई।

पिता द्वारा पति का अपमान होने पर देवी ने यज्ञ की अग्नि में कूदकर अपने प्राण त्याग दिए थे, जिसका प्रमाण आज भी इस धाम में मिलता है। दरअसल, वह यज्ञ कुण्ड आज भी मंदिर में अपने स्थान पर मौजूद है।

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