Raksha Bandhan Shubh Muhurat: त्योहारों का देश है भारत। अनेक रंग-बिरंगे त्योहारों का गुलदस्ता देखने को मिलता है यहां। इसी में से एक सुंदर सुभावन फूल है रक्षाबंधन। इसे भाई-बहन के प्रेम, स्नेह व विश्वास का त्योहार माना जाता है। इस पर्व की लोकप्रियता ऐसी है कि सात समंदर पार रह रहे भारतवंशीय भी इसे काफी हर्ष व उत्साह के साथ मनाते हैं। यह भावनात्मक पर्व हर वर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह पर्व आता ही है भाई-बहन के प्रेम, स्नेह, विश्वास और सुरक्षा के बंधन को और भी मजबूत करने।
रिश्ते में उत्साह का नवसंचार
रक्षा बंधन पर बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके लिए सुखी जीवन, दीर्घायु और सफलता की मंगल कामना करती हैं। इसके बाद भाई अपनी बहनों की जीवनभर रक्षा का संकल्प लेते हैं। ऐसे समय में जब दुनिया तनावपूर्ण हो रहे रिश्तों के दंश से श्रस्त है, रक्षा बंधन उस माहौल में रिश्ते में उत्साह का संचार करता है। बता दें कि इस साल रक्षाबंधन के मौके पर विशेष शुभ योग का खास संयोग बन रहा है। अच्छी बात यह है कि इस बार भद्रा काल का साया नहीं रहेगा। साथ ही सर्वार्थ सिद्धि और सौभाग्य योग जैसे विशेष संयोग भी बन रहे हैं जो इस बार इस पर्व को और भी शुभ बना रहे हैं।
तीन गांठ लगाने का राज
राखी के मौके पर बहन जब भाई की कलाई पर राखी बांधती है, तो वह उसमें तीन गांठ लगाती है। दरअसल, इसका एक बड़ा कारण है। मान्यता के मुताबिक इन तीन गांठों का संबंध त्रिदेव यानी ब्रह्मा, विष्णु और महादेव से माना गया है। ऐसा माना जाता है कि ये तीनों गांठें भाई की रक्षा, दीर्घायु और समृद्धि की प्रतीक होते हैं।
जानिए कब है शुभ मुहुर्त
इस साल श्रावण पूर्णिमा यानी रक्षा बंधन तिथि 8 अगस्त को दोपहर 2:12 बजे से शुरू होकर 9 अगस्त को दोपहर 1:21 बजे तक रहेगी। ऐसे में पूर्णिमा की उदया तिथि शनिवार को है, इसलिए रक्षाबंधन का पावन पर्व 9 अगस्त को ही मनाया जाएगा। राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 9 अगस्त को सुबह 5:47 बजे से दोपहर 1:21 बजे तक रहेगा।
दुर्लभ ग्रहों का योग
इस बार रक्षाबंधन वाले दिन 297 साल दुर्लभ ग्रहों का योग बन रहा है। इस दिन श्रवण नक्षत्र होने के साथ साथ चंद्रमा मकर राशि में रहेगा। सूर्य कर्क, चंद्रमा मकर, मंगल कन्या, बुध कर्क, गुरु और शुक्र मिथुन, राहू कुंभ और केतु सिंह राशि में रहेगा। इस बार रक्षाबंधन पर दो अत्यंत शुभ योगों का खास संयोग भी बन रहा है।
- पहला है सर्वार्थ सिद्धि योग, जो सुबह 5:47 बजे से दोपहर 2:23 बजे तक रहेगा। हिंदू सनातन धर्म में सर्वार्थ सिद्धि योग सभी शुभ कार्यों को सफल बनाने वाला माना गया है।
- दूसरा है शुभ सौभाग्य योग। यह योग 9 अगस्त को सुबह से शुरू होकर 10 अगस्त को तड़के 2:15 बजे तक रहेगा। मान्यता के मुताबिक, इस योग में किए गए शुभ कार्य अत्यंत फलदायक होते हैं और सौभाग्य की प्राप्ति कराते हैं।
नहीं है भद्रा का साया
इस बार रक्षाबंधन के दिन भद्रा का साया नहीं है। दरअसल, शास्त्रों में भद्रा काल में कोई भी शुभ कार्य वर्जित माना गया है। ज्योतिषियों के अनुसार, 8 अगस्त को दोपहर 2:12 बजे से शुरू होकर 9 अगस्त को सुबह 1:52 बजे तक भद्रा का साया रहेगा। इसका अर्थ है कि 9 अगस्त को सूर्योदय के समय तक भद्रा समाप्त हो जाएगी। ऐसे में राखी के मौके पर भद्रा खत् का साया नहीं रहेगा और सुबह से राखी बांधने का कार्य शुरू हो जाएगा।
आपका दिन शुभ और मंगलमय हो
आचार्य आशीष राघव द्विवेदी, भागवताचार्य (ज्योतिष रत्न), संपर्क सूत्र: 9935282234
(डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है और केवल सूचना के लिए दी जा रही है। Vidhan News इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।
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