Shani Dev Upay: शनि देव को प्रसन्न करने के सरल उपाय, बनेंगे रुके काम

Shani Dev Upay: शनि देव के प्रकोप से बचने के लिए व्यक्ति को 11 शनिवार तक शनि देव की मूर्ति में काले तिल और तेल चढ़ाना चाहिए।

Shani Dev Upay: हिंदू देवी-देवताओं में ग्रह देवताओं की प्रसन्नता व्यक्ति के जीवन को सरल बनाती हैं। वहीं अगर इनमें से एक भी देवता की कुदृष्टि आपकी कुंडली में पड़ जाएं तो बनते कार्यों में भी बाधा आ जाती है। सभी ग्रह देवताओं में शनि महत्वपूर्ण ग्रह है। इस ग्रह को मजबूत बनाने के लिए शनि देव की पूजा की जाती है। शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। कहते हैं अगर शनिदेव की कुदृष्टि किसी व्यक्ति पर पड़ जाए तो उसे व्यक्ति का जीना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। आईए जानते हैं कि शनिदेव को प्रसन्न कैसे किया जा सकता है….


कर्म फल दाता हैं शनि देव

शनि ग्रह के स्वामी शनि देव जी हैं। शनिदेव को न्याय के देवता के रूप में पूजा जाता है। शनिदेव को कर्मकारक ग्रह माना जाता है इसलिए व्यक्ति के कर्म का फल शनि देव देते हैं। इस ग्रह का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर गहरा पड़ता है। अगर आपकी कुंडली में शनि की स्थिति कमजोर है तो व्यक्ति को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। शनि की दशा और साढ़ेसाती के समय में व्यक्ति को विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति में आत्म-निरीक्षण और सुधार की भावना उत्पन्न हो सकती है।

कर्मों से प्रभावित होते हैं शनि देव

कयोंकि शनिदेव को ‘कर्मकारक’ ग्रह है, इसलिए इसका सीधा प्रभाव व्यक्ति के कर्मों पर होता है। अगर व्यक्ति की कुंडली में शनि देव की चाल और दशा सही स्थान पर है तो व्यक्ति को लाभ मिलता है। वहीं अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की दशा गलत स्थान पर होती है तो व्यक्ति को मृत्यु का भय बना रहता है। शनिदेव को प्रसन्न करने के कुछ ज्योतिष उपायों से हम इसके दुष्ट प्रभावों को कम कर सकते हैं और उनके लाभों को प्राप्त कर सकते हैं।


शनि देवता को प्रसन्न करने के उपाय

1. नीलम रत्न धारण करें

शनि की दशा में नीलम रत्न धारण करना लाभकारी होता है। यह व्यक्ति को आत्म-सुधार, स्थिरता और सफलता में मदद कर सकता है। शनि देव को प्रसन्न करने के लिए अपने हाथ में नीलम रत्न की अंगूठी पहने।

2. शनिवार को करें तिल का दान 

शनि की शांति के लिए शनिवार को काले वस्त्र, तिल, उड़द की दाल दान करें। शनि के बीज मंत्रों का जाप करना भी उपयुक्त होता है।

3. शनि देव दोष निवारण पूजा करें

यदि कुंडली में शनि दोष हो, तो किसी पंडित से सलाह लेकर शनि दोष निवारण के लिए विशेष पूजा करवाएं। इससे शनि देव के प्रकोप से छुटकारा मिलेगा।

4. शनि देव का व्रत करें 

शनिवार को शनि व्रत रखना उपयुक्त है। इसमें शनि देव की पूजा, नियमित दान, और शनि की कथा का पाठ शामिल होता है।

5. शनि देव को चढ़ाए काले तिल व तेल

शनि देव के प्रकोप से बचने के लिए व्यक्ति को 11 शनिवार तक शनि देव की मूर्ति में काले तिल और तेल चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से शनि देव व्यक्ति पर प्रसन्न हो जाते हैं और उसकी परेशानियां खत्म हो जाती हैं।।

6. शनि देव का चमत्कारी मन्त्र

“ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः” मन्त्र का जाप करना शनि के दुष्ट प्रभाव को कम करने में सहायक हो सकता है। इसके साथ आप ॐ शं शं शनैश्चराय नमः मंत्र का भी जाप कर सकते हैं।

तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Twitter , Kooapp और YouTube  पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबरे

- Advertisement -

Related articles

Share article

- Advertisement -

Latest articles