Superstition: हरिद्वार में महिला का अंधविश्वास, गंगा में बच्चे को डुबोकर ठीक करने का दावा

Superstition: अन्धविश्वास की पराकाष्ठा तब हो गई कि जब एक महिला ने सात साल के बच्चे को कैंसर से बचाने के लिए गंगा जी में डुबो दिया। महिला लगातार दावा कर रही थी कि गंगा में डुबकी लगाने से बच्चे की जान बच जाएगी।

Superstition: मोक्ष की कामना में हरिद्वार में कल-कल बहती गंगा में जहां स्नान कर लोग अपने को पवित्र मान लेते हैं। मगर अन्धविश्वास की पराकाष्ठा तब हो गई कि जब एक महिला ने सात साल के बच्चे को कैंसर से बचाने के लिए गंगा जी में डुबो दिया। महिला लगातार दावा कर रही थी कि गंगा में डुबकी लगाने से बच्चे की जान बच जाएगी। हजारों की भीड़ महिला के अंधविश्वास का तमाशा देखती रही। अन्धविश्वास की इस कहानी का अंत जानकर आप भी सहम जाएंगे….

गंगा में डुबो दिया बीमार बच्चा

घटना के समय वहां मौजूद लोगों के अनुसार दिल्ली का रहने वाला एक परिवार अपने 7 साल के कैंसर पीडित बच्चे को उपचार के लिए हरिद्वार की हरकी पौड़ी लेकर पहुंचा था। वहां बच्चे के माता-पिता के साथ एक महिला भी मौजूद थी, जो बच्चे का उपचार कर सही करने का दावा कर रही थी। हालांकि उस महिला का बच्चे से संबंध का खुलासा नहीं हो पाया है। लेकिन बताते हैं कि महिला ने तंत्र विद्या से बच्चे का इलाज करने का दावा करते हुए उसे गंगा में डूबो दिया।

गंगा में जाते ही बच्चे ने तोड़ा दम 

पहले तो वहां मौजूद लोग इस बच्चे को सामान्य स्नान कराना समझ रहे थे। लेकिन जब काफी देर बच्चे को डूबोया जाता देखा तो लोगों ने इसका विरोध किया। दूसरी ओर बच्चे के मा-बांप समेत उक्त महिला ने लोगों की एक न सुनी और अपनी प्रक्रिया को जारी रखा। गंगा में बच्चे का छटपटाना देख वहां मौजूद लोगों ने जबरन बच्चे को गंगा से निकाल लिया। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी, पेट में काफी पानी चले जाने व सांस बंद होने के चलते बच्चे ने दम तोड़ दिया था।

अंधविश्वास देख हैरान हुई भीड़

हरिद्वार में दिनदहाड़े हरकी पौड़ी पर तंत्र-मंत्र से एक बच्चे की हुई मौत की घटना से घाट पर अफरा तफरी मच गई। मौके पर उपस्थित लोगों ने बताया कि तंत्र-मंत्र की प्रक्रिया के दौरान बच्चे को काफी देर तक नदी में डूबा कर रखा गया। इस दौरान बच्चे के माता-पिता नदी में खड़े होकर मंत्र पढ रहे थे। वहीं उनके साथ की एक महिला बच्चे को नदी में डूबाए हुए थी। ऐसे में जबरन बच्चे निकाला जा सका तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। यह पता चलने पर कि बच्चा ब्लड कैंसर से पीडित था और तंत्र-मंत्र की सहायता से से ठीक करने का कार्य किया जा रहा था, लोगों ने अपना माथा पीट लिया।

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तंत्र-मंत्र ने ली बच्चे की जान

मामले की जांच कर रहे एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बच्चे को ब्लड कैंसर होने की बात सामने आयी है। डॉक्टरों ने बच्चे के बचने की संभावना से इंकार कर दिया था इसलिए बच्चे को लेकर उसके मा-पिता यहां लेकर आए थे। उनका मानना था कि तंत्र-मंत्र के दौरान बच्चे को गंगा के पानी में कुछ देर तक डुबाये रखने से वह स्वस्थ हो जाएगा। यह हैरान करने वाला भी रहा कि जो महिला बच्चे को डुबोये थी वह उसके शव को लेकर बैठ गई। इस दौरान कभी-कभी वह हंस रही थी और दूसरे लोगों को समीप आने पर भगा रही थी। उसका दावा था कि बच्चा जीवित हो जाएगा।

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