Krishna Janmashtami 2023: श्री कृष्ण जन्माष्टमी पूरे भारतवर्ष में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह त्यौहार सिर्फ भारत में ही नहीं अपितु न्यूजीलैंड, कनाडा, सिंगापुर, मलेशिया और पेरिस में भी इसे बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी भाद्रपद मां के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।
इस दिन लोग व्रत रखते हैं और रात में 12:00 बजे कान्हा के जन्म के बाद उनकी पूजा करते हैं। जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण के बाल गोपाल स्वरूप की पूजा की जाती है। मान्यता के अनुसार इस दिन व्रत रखने से भक्तों की सभी मुरादे पूरी हो जाती है। ऐसे में आइए जानते हैं, इस साल कब मनाई जाएगी कृष्ण जन्माष्टमी और क्या होगा कान्हा की पूजा का शुभ मुहूर्त?
श्री कृष्ण जन्माष्टमी तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष के अष्टमी तिथि की शुरुआत 6 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 37 मिनट पर हो रही है। इस तिथि का समापन 7 सितंबर की शाम 04 बजकर 14 मिनट पर होगा। श्री कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा मध्य रात्रि को होती है, इसलिए कृष्ण जन्मोत्सव 6 सितंबर को बुधवार के दिन मनाया जाएगा। ये भगवान श्री कृष्ण का 5250वां जन्मोत्सव होगा।
कृष्ण जन्माष्टमी पूजा मुहूर्त
कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा 6 सितंबर बुधवार के दिन रात्रि 11:57 से 12: 42 मिनट के बीच की जाएगी। बाल गोपाल का जन्म रोहिणी नक्षत्र में मध्य रात्रि में हुआ था। ऐसे में 6 सितंबर को सुबह 09:20 से रोहिणी नक्षत्र की शुरुआत हो जाएगी। इसका समापन अगले दिन सुबह 10:25 पर होगा। कृष्ण जन्माष्टमी व्रत का पारण 07 सितंबर की सुबह 6:02 पर या शाम 4:14 के बाद किया जा सकेगा।
डिस्क्लेमर: इस ख़बर में निहित किसी भी जानकारी, सूचना अथवा गणना के विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। यह विभिन्न माध्यमों, ज्योतिष, पंचांग, मान्यताओं के आधार पर संग्रहित कर तैयार की गई है।
(यह ख़बर विधान न्यूज के साथ इंटर्नशिप कर रहे गौरव श्रीवास्तव द्वारा तैयार की गई है।)
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