
Dollar vs Rupee: डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा 25% टैरिफ लगाने के बाद भी रुपया में कोई भी गिरावट देखने को नहीं मिली है। रूस से कच्चा तेल और हथियार खरीदने के बाद अमेरिका में नाराजगी दिखी और नाराजगी के वजह से ही अमेरिका ने भारत पर 25 परसेंट का टैरिफ लगा दिया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दखल दिए जाने की आशंका को देखते हुए गुरुवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अपने सर्वकालिक निम्नतम स्तर से 14 पैसे बढ़कर 87.66 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा कारोबारी का कहना है कि 3 साल में रुपया ने जो अपनी पहचान खोयी थी उसे वापस उसने पा लिया है। यह अभी भी नकारात्मक रूख के साथ कारोबार कर रहा है।
अब तक इतना गिरा रुपया
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 87.66 पर खुला और फिर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.74 के शुरुआती निचले स्तर को छू गया।रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.80 के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था। फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स LLP के ट्रेजरी हेड और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनिल कुमार भंसाली का कहना है, ”अप्रैल में 83.75 के हाई लेवल पर पहुंचने के बाद रुपये में अब तक 3 परसेंट से अधिक की गिरावट आ चुकी है. अब ट्रंप के टैरिफ और जुर्माना लगाने की खबरों के बाद इसमें और गिरावट आने की संभावना है।
डॉलर इंडेक्स में आई गिरावट
इसके अलावा, दुनिया में छह मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती और कमजोरी को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.03 परसेंट गिरकर 99.78 पर आ गया. ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें 0.19 परसेंट की गिरावट के साथ 73.10 डॉलर प्रति बैरल पर आ गईं।
आपको बता दे की अमेरिका के द्वारा भारत पर टैरिफ लगाने के बाद कई चीजों के रेट में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। जानकारों की माने तो शेयर मार्केट में भी जबरदस्त गिरावट देखने को मिल सकता है। ज्वेलरी से लेकर इस्पात और तेल मार्केट तक में हाहाकार मच सकता है हालांकि भारत सरकार का कहना है कि हम इस टैरिफ वाले मुद्दे से भी अपने तरह से निपटने की कोशिश कर रहे हैं।
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