
PAN Card Fraud: भारत में पैन कार्ड (PAN Card) अब सिर्फ टैक्स चुकाने का जरिया नहीं, बल्कि आपकी वित्तीय पहचान का सबसे अहम दस्तावेज बन चुका है। बैंक से लेकर इनकम टैक्स रिटर्न, म्यूचुअल फंड, डिमैट अकाउंट और यहां तक कि ₹50,000 से ज्यादा की किसी भी लेन-देन में पैन कार्ड की जरूरत होती है। लेकिन अगर इसमें एक गलती रह गई तो यह आपको कंगाल तक बना सकती है।
दरअसल, इनकम टैक्स विभाग (Income Tax Department) ने चेतावनी दी है कि अगर आपका पैन कार्ड आधार कार्ड (Aadhaar) से लिंक नहीं है, या उसमें गलत जानकारी दी गई है : जैसे गलत नाम, जन्मतिथि या पिता का नाम, तो आपकी PAN ID इनएक्टिव (Inactive) कर दी जाएगी। इसका मतलब यह होगा कि आप न तो बैंक से पैसे निकाल पाएंगे, न कोई ट्रांजेक्शन कर पाएंगे, और न ही ITR फाइल कर सकेंगे।
इससे भी बड़ी बात यह है कि अगर किसी के पास आपकी पैन की गलत डिटेल्स हैं, तो उसका इस्तेमाल फ्रॉड ट्रांजेक्शन के लिए भी किया जा सकता है। ऐसे मामलों में टैक्स डिपार्टमेंट सीधे उस पैन होल्डर से जवाब मांगता है, यानी निर्दोष व्यक्ति भी मुश्किल में फंस सकता है।
कैसे बचें नुकसान से (PAN Card Fraud)
- अपने पैन कार्ड को तुरंत आधार कार्ड से लिंक करें।
- NSDL या UIDAI की वेबसाइट पर जाकर अपने नाम, जन्मतिथि और पिता के नाम की सही जानकारी जांचें।
- किसी अनजान वेबसाइट या एजेंट को पैन की कॉपी भेजने से बचें।
- अगर आपको कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत इनकम टैक्स हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करें।
विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर पैन-आधार लिंक न होने की वजह से पैन इनएक्टिव हो जाता है, तो ₹10,000 तक का जुर्माना भी लग सकता है। इसलिए देर न करें — आज ही अपना पैन अपडेट करें और लाखों का नुकसान होने से बचें।