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PM Vishwakarma Scheme 2023: आज पीएम मोदी लॉन्च कर रहे हैं ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’, ऐसे करें अप्लाई

PM Vishwakarma Scheme 2023: केंद्र सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना को शुरू करने की घोषणा केंद्रीय बजट 2023-24 में की थी और आज वो दिन आगया जब वो इसे लॉन्च करने जा रहे हैं, आइए जानते हैं..

PM Vishwakarma Scheme 2023: 17 सितंबर यानी कि आज से पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए पंजीकरण शुरू हो गया है, सरकार कारीगरों और शिल्पकारों द्वारा किए गए नवीन कार्यो को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे हैं जिससे कि उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा और सुधार हो सके यही सरकार का इस योजना के पीछे का उद्देश्य है। इसका उद्देश्य विश्वकर्माओं की तरक्की और विकास को मुख्यधारा से जोड़ने का फायदा और लाभ प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाना है।

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इस योजना के तहत सूक्ष्म, लघु व मध्यम कारोबारों में शामिल 18 तरह के व्यापार बढ़ई, अस्त्रकार, नाव बनाने वाला, ताला बनाने वाला, लोहार, कुम्हार, हथौड़ा, टूलकिट निर्माता, सुनार, राज मिस्त्री, मूर्तिकार, मोची, झाडू़ बनाने वाले, डलिया, चटाई, पारंपरिक गुड़िया, नाई, खिलौने बनाने वाले, दर्जी, मालाकार, धोबी, मछली का जाल बनाने वाले उघमियों को शामिल किया है। इस योजना के लिए वित्त वर्ष 2023-24 से वित्त वर्ष 2027-28 तक वित्तीय परिव्यय 13,000 करोड़ रुपये रखा गया है।

PM Vishwakarma Scheme 2023: पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य

पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य की बात करें तो ये पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों व उनके कौशल को उन्नत करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से कौशल विकास प्रशिक्षण कराना और साथ ही उनकी योग्यता को विकसित करना और उसकी क्षमता व उत्पादकता को बढ़ाकर, उनको आधुनिक औजार टूलकिट उपलब्ध करते हुए विश्वकर्मा प्रमाण पत्र एवं पहचान पत्र देकर प्रगतिशील करना है।

15,000 रुपये का की मिलेगी टूलकिट

पीएम मंत्रालय की इस योजना में लाभार्थियों को 15,000 रुपये की टूलकिट का प्रोत्साहन दिया जाएगा और साथ ही लाभार्थियों को 500 रुपये हर दिन के स्टाइपेंड के साथ कौशल प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसका उद्देश्य विश्वकर्माओं की तरक्की और विकास को मुख्यधारा से जोड़ने का फायदा और लाभ प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाने की एक कोशिश है।

इस योजना का एलान प्रधानमंत्री ने केंद्रीय बजट 2023-24 में ही कर दिया था और इस योजना के लिए वित्त वर्ष 2023-24 से लेकर वित्त वर्ष 2027-28 तक खर्चा 13,000 करोड़ रुपये रखा है।

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