
Silver Tax Rules India: भारत में सोना और चांदी जैसी कीमती धातुओं में निवेश करने का चलन बहुत पुराना है। खासकर भारतीय घरों में चांदी के बर्तन, सिक्के, ज्वेलरी और पूजन सामग्री आम तौर पर रखी जाती है। लेकिन अब सरकार ने इसके संबंध में एक नया नियम लागू किया है। आयकर विभाग के मुताबिक, घर में एक निश्चित मात्रा से अधिक चांदी रखने पर अब टैक्स देना होगा।
चांदी पर भी लगाया जाएगा टैक्स (Silver Tax Rules India)
नए नियम के तहत, अगर आपके पास चांदी की मात्रा सामान्य उपयोग या पारिवारिक संपत्ति की सीमा से अधिक है, और उसका मूल्य आपकी घोषित आय से मेल नहीं खाता, तो आयकर विभाग इसे अघोषित संपत्ति (Undisclosed Asset) मान सकता है। ऐसी स्थिति में जांच के बाद आप पर टैक्स और पेनल्टी दोनों लग सकती है।
सरकार के नए नियमों का जरूर रखें ध्यान
आयकर विभाग के अनुसार, महिलाओं के पास एक निश्चित सीमा तक चांदी (या अन्य कीमती धातु) रखने की छूट है, जबकि पुरुषों के लिए यह सीमा थोड़ी कम रखी गई है। यदि आप इन सीमाओं के भीतर हैं और चांदी खरीदी गई रकम का स्रोत आपके आयकर रिटर्न में दिखाया गया है, तो आपको किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
विशेषज्ञों का कहना है कि चांदी में निवेश करने से पहले उसकी खरीद का पूरा रिकॉर्ड रखना चाहिए ‘ जैसे बिल, रसीद, या डिजिटल पेमेंट का प्रमाण। यह दस्तावेज़ टैक्स जांच के समय बहुत काम आते हैं।
सरकार का यह कदम टैक्स चोरी पर रोक लगाने और कीमती धातुओं में हो रहे अवैध निवेश को रोकने की दिशा में उठाया गया है। इसलिए अगर आपके घर में बड़ी मात्रा में चांदी है, तो उसका मूल्यांकन करा लें और जरूरत हो तो उसे अपने टैक्स रिटर्न में दर्शाएं।