Jamia Millia Islamia Foundation Day: जामिया के 103वें स्थापना दिवस पर शर्मिला टैगोर बोलीं- मेरे पति ने यूनिवर्सिटी के लिए दान दी थी जमीन, फिर गूंजी तालियां

Jamia Millia Islamia Foundation Day : बच्चों के लिए अच्छा माहौल और बेहतरीन पढ़ाई देने वाले संस्थानों की जब गिनती होती है तो जामिया मिल्लिया इस्लामिया भी टॉप लिस्ट में आता है. राजधानी दिल्ली में बने इस विश्वविद्यालय में स्टूडेंट को ऐसी सुविधाएं मिलती हैं कि सभी यहां दाखिला कराने का ख्वाब बुनते हैं. जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने 103वां स्थापना दिवस बड़ी ही धूम धमा के साथ मनाया.

Jamia Millia Islamia Foundation Day : बच्चों के लिए अच्छा माहौल और बेहतरीन पढ़ाई देने वाले संस्थानों की जब गिनती होती है तो जामिया मिल्लिया इस्लामिया भी टॉप लिस्ट में आता है. राजधानी दिल्ली में बने इस विश्वविद्यालय में स्टूडेंट को ऐसी सुविधाएं मिलती हैं कि सभी यहां दाखिला कराने का ख्वाब बुनते हैं. जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने 103वां स्थापना दिवस बड़ी ही धूम धमा के साथ मनाया. स्थापना दिवस पर विश्वविद्यालय परिसर में कार्यक्रम किए गए. छात्र-छात्रों ने नाटक और नाटिका की प्रस्तुति देकर सबका मन मोहा लिया. सभागार में उपस्थित अतिथियों ने तालियों से प्रदर्शनी करने वाले छात्रों की हौसला अफजाई की. इस बीच प्रोफेसरों और सम्मानित लोगों ने अपना अनुभव भी साझा किया. स्थापना दिवास समारोह की शुरुआत जामिया की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर (पद्मश्री), समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. शिव कुमार सरीन (पद्मश्री), इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलीरी साइंसेज (आईएलबीएस) के संस्थापक और निदेशक और अभिनेत्री सुश्री शर्मिला टैगोर (पद्म विभूषण) को डॉ. एम.ए. अंसारी सभागार के प्रांगण में विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेटों द्वारा को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ हुई.

विश्व विद्यालय परिसर में शर्मिला टैगोर को किया गया सम्मानित

इस बीच सुश्री शर्मिला टैगोर को विश्वविद्यालय के पूरी तरह से खचाखच भरे डॉ. एम.ए. अंसारी सभागार में शानदार समारोह में ‘इम्तियाज-ए-जामिया’ (जामिया का सर्वोच्च मानद पुरस्कार) से भी सम्मानित किया गया जामिया तराना और जामिया रक्स कुना गीत विश्वविद्यालय की तराना टीम द्वारा गाए गए. इस अवसर पर जामिया के कुलपति, मुख्य अतिथि और सुश्री शर्मिला टैगोर ने सभागार में बैठे सम्मानित लोगों को संबोधित कर अपने विचार रखे.

इस दौरान उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस कार्यक्रम बहुत अच्छे तरह से आयोजित किया जा रहा है. यह पल उनके लिए बहुत भावनात्मक है. आगे कहा कि मुझे यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि जामिया आज कहां है और रैंकिंग में इतना अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. यह बाहर कैसे जाना जाता है. यह अद्भुत है.  मैं कुलपति को सभी उपलब्धियों के लिए बधाई देती हूं. मैं अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी नहीं कर सकी, मैंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत बहुत पहले ही कर दी थी.

आगे कहा कि जेएमआई के साथ एक पारिवारिक संबंध रहा है, क्योंकि मेरे पति के परिवार ने विश्वविद्यालय को जमीन दान की थी. यहां एक अद्भुत खेल परिसर बनाया गया है. सभी क्रिकेटरों के अनुसार, यह सबसे अच्छे क्रिकेट मैदानों में से एक है. मैं बतौर सलाहकार एजेके-मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर (एमसीआरसी) से जुडी रही हूं.

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कुलपति बोले यह हमारे लिए महान क्षण

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कुलपति ने उद्घाटन भाषण की शुरुआत की तो तालियों से विश्वविद्यालय परिसर गूंज उठा. उन्होंने अपने भाषण में कहा, यह हमारे लिए एक महान क्षण है. विश्वविद्यालय ने अपने अस्तित्व के 103 वर्ष पूरे कर लिए हैं और डॉ. सरीन और सुश्री शर्मिला टैगोर जैसे सम्मानित अतिथियों की विशेष और यादगार उपस्थिति ने इस दिन को और भी शानदार बना दिया है. वे अपनी उपलब्धियों और अच्छे कार्यों से लोगों को प्रेरित करते रहे हैं. आगे कहा कि मुझे उम्मीद है कि जामिया के साथ उनके जुड़ाव से विश्वविद्यालय को बहुत लाभ होगा. जामिया शोधकर्ताओं का चयन, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी को दुनिया के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों की सूची में छब्बीस जामिया वैज्ञानिकों को शामिल करना और अन्य बातों के अलावा सरकार द्वारा विश्वविद्यालय में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए मंजूरी प्राप्त करना.

उनके बाद स्थापना दिवस के मुख्य अतिथि डॉ. सरीन ने कहा, मैं भाग्यशाली हूं कि मैं जामिया के इतने शानदार स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल हुआ. मुझे आमंत्रित करने के लिए मैं कुलपति प्रो. नजमा अख्तर का आभारी हूं. मैं यहां मिले प्यार और स्नेह से अभिभूत हूं और मैं विशेष रूप से गार्ड ऑफ ऑनर और एनसीसी कैडेटों के बैंड प्रदर्शन से प्रभावित हुआ. नवनिर्मित शताब्दी द्वार भव्य है और कुलपति की दूरदर्शिता को दर्शाता है.

जामिया एक ऐतिहासिक संस्था है और इसका देश में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है. मैं आशा करता हूं कि यहां के लोग स्वस्थ रहें और मेडिकल कॉलेज की स्थापना समय की मांग है. मैं उस दिशा में सभी आवश्यक मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हूं.

स्थापना दिवस समारोह में कई गणमान्य व्यक्ति, शिक्षक, गैर-शिक्षण कर्मचारी और बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित थे. मुख्य समारोह जामिया के प्रो-वाइस चांसलर प्रोफेसर इकबाल हुसैन के धन्यवाद ज्ञापन के साथ संपन्न हुआ. कार्यक्रम का संचालन जामिया की छात्र कल्याण डीन प्रोफेसर सीमी फरहत बसीर ने किया.

जामिया स्कूलों द्वारा कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए जिनमें तस्लीमी मुशायरा, कव्वाली, बिहू नृत्य, राजस्थानी लोक नृत्य, गीतों पर नृत्य प्रदर्शन, नाटक, ग़ज़ल, समूह नृत्य और अन्य प्रदर्शन किया गया. विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा एक स्वागत गीत (शास्त्रीय नृत्य) और नुक्कड़ नाटक (जेंडर चैंपियन) प्रस्तुत किया गया. शाम को विश्वविद्यालय के ड्रामा क्लब द्वारा ‘आगरा बाजार’ नामक एक मंच-नाटक प्रस्तुत किया गया.

27 अक्टूबर को शुरू हुआ 103वां स्थापना दिवस का पांच दिवसीय उत्सव 31 अक्टूबर 2023 को डॉ. एम.ए. अंसारी ऑडिटोरियम, जामिया के प्रांगण में ध्वज अवतरण समारोह के साथ समाप्त होगा.

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