Shilpa Shetty Legal Troubles: बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी एक बार फिर कानूनी मुसीबत में फंस गई हैं। उनके खिलाफ मुजफ्फरपुर के सीजेएम कोर्ट में एक परिवाद दायर किया गया है। इस शिकायत में चार लोगों को शामिल किया गया है, जिसमें शिल्पा शेट्टी के साथ-साथ जिला मजिस्ट्रेट सुब्रत सेन, कल्याण ज्वेलर्स के टीएम कल्याण रमण और अन्य शामिल हैं। इस मामले की सुनवाई 11 नवंबर 2024 को होगी।
इस मामले की शुरुआत तब हुई जब शिल्पा शेट्टी रविवार की शाम को कल्याण ज्वैलरी की ओपनिंग कार्यक्रम में शामिल हुईं। यह कार्यक्रम कलम बाग चौक के पास आयोजित किया गया था, जहां शिल्पा बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थीं। कार्यक्रम के दौरान, शिल्पा की उपस्थिति से सड़क के दोनों किनारे भारी भीड़ जुट गई, जिसके कारण आम लोगों को अत्यधिक ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा। इस स्थिति ने क्षेत्र के निवासियों और यात्रियों के लिए बहुत परेशानी उत्पन्न की।
परिवाद दायर करने वाले वकील सुधीर कुमार ओझा ने कहा कि इस तरह के निजी कार्यक्रमों के कारण लोगों को घंटों ट्रैफिक में फंसना पड़ा और उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कोर्ट में कहा कि इस प्रकार की घटनाएं आम जनता की सुविधाओं में बाधा डालती हैं और इसलिए इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। ओझा ने अदालत से मांग की है कि इस मामले की जांच की जाए और उचित कार्रवाई की जाए।
इस प्रकार की कानूनी परेशानियों में शिल्पा शेट्टी का नाम पहले भी जुड़ चुका है। इसी वर्ष जून में, उनके और उनके पति राज कुंद्रा के खिलाफ एक सर्राफा व्यापारी ने धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कोर्ट में मामला दर्ज कराया था। उस समय कोर्ट ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। यह मामला एक स्कीम से जुड़ा था, जिसके तहत व्यापारी ने आरोप लगाया था कि शिल्पा और राज ने उन्हें वित्तीय धोखाधड़ी का शिकार बनाया है।
शिल्पा शेट्टी की यह नई कानूनी मुसीबत उनके लिए एक चुनौती बनकर सामने आई है, खासकर जब वह अपने करियर में एक नए अध्याय की शुरुआत कर रही हैं। इस समय, वह फिल्म और टीवी दोनों में सक्रिय हैं, और ऐसे में इस तरह की कानूनी परेशानियां उनकी छवि पर असर डाल सकती हैं।
अब देखना होगा कि 11 नवंबर को होने वाली सुनवाई में अदालत क्या निर्णय लेती है और इस मामले में आगे की प्रक्रिया क्या होती है। शिल्पा शेट्टी के फैंस और सामान्य जनता को इस मामले की सुनवाई का बेसब्री से इंतज़ार है, क्योंकि यह न केवल उनकी व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित कर रहा है, बल्कि यह समाज में कानून के प्रति जागरूकता को भी उजागर करता है।