Blind Village : किसी भी इंसान के लिए आंखें उसके जीवन का मजबूत सहारा होती हैं। आंखे हमे संसार की सुंदरता दिखाती हैं तो हमारी रोज की जरूरत भी हैं। अब ज़रा सोच कर देखिए किसी इंसान की आंखें ही ना हो और वह अंधा ही पैदा हुआ हो तो उसका जीवन कैसा होगा। वहीं अगर एक पूरा का पूरा शहर या गांव ही अंधा हो तो उस जगह कैसी बस्ती होगी। यह सोचने में ही अजीब लग रहा होगा। लेकिन ये सच है कि ऐसा एक गांव अस्तित्व में है, जहां हर इंसान जन्म से ही अंधा पैदा होता है। इस गांव में एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जो देख सकता हो। आईए जानते हैं इस गांव के लोगों के जीवन के बारे में….
मैक्सिको में एक ऐसा गांव है, जहां पर हर बच्चा अंधा पैदा होता है।मैक्सिको के टिल्टेपक गांव में रहने वाली जनजाति का प्रत्येक सदस्य अंधा है। इस बात को सोच कर ही मन में कई सवाल आते होंगे कि यहां ये अंधे लोग कैसे रहते होंगे और कैसे खाने का इंतजाम करते होंगे। इस गांव को दुनिया के रहस्यमयी गांवों की लिस्ट में शामिल किया गया है।
जब कोई बच्चा इस गांव में पैदा होता है, तब उसकी आंखें ठीक होती हैं। लेकिन धीरे-धीरे उसकी आंखों की रोशनी जाने लगती है और अंत में वह अंधा हो जाता है। यह जानकर आप हैरान हो सकते हैं लेकिन यह बात बिल्कुल सच है। कोई नहीं समझ पाया है कि इस गांव में ऐसा क्या है जिसकी वजह से लोगों की आंखों की रोशनी चली जाती है।
अंधे गांव में सब खाते हैं सूखी मिर्च
बात करें इनके खानपान की तो ये खाने में सेम, बाजरा और मिर्च खाते हैं। अनाज खाने तक तो समझ में आता है। लेकिन सूखी मिर्ची भला कौन खाता है। इनके पास लकड़ी से बने औजार रहते हैं। जिनसे वे काम करते हैं। ये रात का खाना खाकर, फिर शराब पीते हैं। और नाच-गाना करते हुए सो जाते हैं। लेकिन सबसे अजीब बात ये है कि इस गांव के ऊपर ऐसा कौन सी परछाई है जो यहां रहने वाले इंसान से लेकर जीव-जंतु तक अंधे हैं। इसके पीछे गांव वालों की मान्यता है। जिसके बारे में जानकर आपको और तेज झटका लग सकता है।
सबसे बड़ा सवाल है कि इस गांव के लोग अंधे क्यों हो जाते हैं। गांव वाले इसके पीछे की वजह एक पेड़ को मानते हैं। इस पेड़ का नाम ‘लावजुएजा’ है। इसे देखने के बाद लोग अंधे हो जाते हैं। जब वैज्ञानिकों को इस बात का पता चला तो वे भी इस गांव की तरफ आकर्षित हुए। उन्होंने इसके पीछे का कारण जानने की कोशिश की। वैज्ञानिकों ने पाया कि जिस पेड़ को लोग रहस्यमयी समझ रहे हैं असल में वैसा कुछ था ही नहीं। उनका कहना है कि उस पेड़ को देखने के बाद भी पर्यटक तो साफ देख पाते हैं। वैज्ञानिकों ने इसके पीछे का एक अलग कारण बताया।
तथ्य – जहरीली मक्खियां करती हैं अंधा
एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह गांव जहां स्थित हैं, वहां पर जहरीली मक्खियां पाई जाती है। ये समस्या उन्हें एक काली मक्खी के काटने के कारण होती है। इस विषैली मक्खी के काटने से उनके शरीर में एक तरह के कीटाणु फैल जाते हैं जो कि उनकी आंखों के नसों को ब्लॉक कर देते हैं। जिससे दिखना बंद हो जाता है। ये एक विशेष तरह की काली मक्खियां होती हैं। जो 1 इंच के पांचवे भाग के बराबर होती हैं। जब यह मक्खियां किसी को काटती हैं। तो यह कीटाणु उसके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। कुछ दिनों में काटने वाली के शरीर में सूजन आ जाती है। धीरे-धीरे ये कीटाणु आंखों कि दोनों नसों को अस्त-व्यस्त कर देते हैं। जिससे जल्दी ही व्यक्ति अंधा हो जाता है।
इस गांव में किसी भी झोपड़ी में आपको एक भी खिड़की देखने को नहीं मिलेगी। गांव में तकरीबन 70 झोपड़ियां बनी हुई हैं। इनकी दुनिया अजीबोगरीब बातों से भरी हुई है, फिर चाहें आप इनके खानपान या रहन-सहन को ले लें। गांव में बनी किसी भी झोपड़ी में आपको कोई खिड़की नहीं नजर आएगी। इसके पीछे का कारण भी साफ है क्योंकि इन्हें रोशनी की जरूरत ही नहीं पड़ती है।
दूसरी जलवाई में नहीं रह पाएं लोग
इस गांव से इन लोगों को निकालने की काफी कोशिश की गई पर असफल हो गए। सरकार ने इन लोगों को दूसरी जगह बसाने की कोशिश की थी। लेकिन उनका शरीर दूसरी जलवायु में एडाप्ट नहीं कर पाया। इस वजह से लोगों को मज़बूरी में उनके ही हाल पर छोड़ना पड़ गया। आज भी इस गांव में लोग अंधे हैं।
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