Cervical Cancer: आखिर महिलाएं क्यों हो रही सर्वाइकल कैंसर की शिकार, जानिए वजह

Cervical Cancer : महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के बाद सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर सर्वाइकल कैंसर है। यह कैंसर महिलाओं के निचले यूटरस के हिस्से में मौजूद सेल्स गर्भाशय ग्रीव में तेजी से बढ़ता है।

Cervical Cancer: शुक्रवार की दोपहर एक खबर ने सभी को चौंका दिया। इस खबर में मशहूर अदाकारा पूनम पांडे की सर्वाइकल कैंसर से मौत हो गई। इस खबर ने महिलाओं को डरा दिया। हालांकि पूनम पांडे की मौत नहीं हुई है बल्कि उन्होंने महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से जागरूक करने के लिए अपनी मौत का नाटक किया था। यह बीमारी भारत में महिलाओं के बीच कॉमन कैसर में से एक है। लेकिन फिर भी बीमारी को सही तौर पर समझना और इससे बचाव करना बेहद जरूरी है।

आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि, सर्वाइकल कैंसर क्या होता है और आखिर इससे कैसे बचा जा सकता है ? आइए जानते हैं…..

क्या होता है Cervical Cancer?

महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के बाद सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर सर्वाइकल कैंसर है। यह एक जानलेवा बीमारी होती है। ऐसे में समय पर इस बीमारी का पता लगने के साथ यदि सही से इलाज कराया जाए तो, इस बीमारी से बचा जा सकता है। यह कैंसर महिलाओं के निचले यूटरस के हिस्से में मौजूद सेल्स गर्भाशय ग्रीव में तेजी से बढता है।

सर्वाइकल कैंसर होने के कारण

ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) सर्वाइकल कैंसर का सबसे आम कारण है। इस वायरस के संक्रमण से सर्वाइकल कैंसर का खतरा सबसे अधिक है। माना जाता है कि ये असुरक्षित यौन संबंधों में फैलते हैं। इस बीमारी से गर्भाशय ग्रीवा के सेल्स प्रभावित होते हैं. इसका प्रभाव पहले इनर टिशू पर होता है, फिर शरीर के अन्य हिस्सों में फैलता है।

सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती लक्षण

सर्वाइकल कैंसर की पहचान करना थोड़ा सा मुश्किल हो सकता है। लेकिन जब बीमारी शरीर में धीरे-धीरे विकसित होती है तो शरीर में होने वाले बदलाव से इस बीमारी की पहचान की जा सकती है।

इन लक्षणों से करें सर्वाइकल कैंसर की पहचान

  • बार-बार पेशाब का आना और यूरीन पर कंट्रोल न रहना
  • सेक्स के दौरान तेज दर्द होना
  • पीठ दर्द या पेल्विक रीजन में दबाव
  • पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होना
  • असामान्य ब्लीडिंग
  • पेशाब में ब्लड आना

सर्वाइकल कैंसर से ऐसे करें बचाव

सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए नियमित रूप से स्क्रीनिंग और वैक्सीनेशन कराना चाहिए। सर्वाइकल कैंसर से बचाने में एचपीवी वैक्सीनेशन उपयोगी हो सकता है। इस बीमारी से बचने के लिए एक ही प्रेमी से शारीरिक संबंध बनाए रखें। सेफ सेक्स भी आवश्यक है। अगर कुछ बदलाव दिखता है, तो अपने गायनेकोलॉजिस्ट से बात करें।

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