Pregnancy and Infant Loss Remembrance Day : यह कहने की बात नहीं कि माता पिता बनना वह अहसास है जो जीवन को पूरी तरह बदल देता है। नवजात के आने से एकबारगी नए रंगो में ढलने लगता है मन और जीवन। पर बच्चे के आने के बाद ही उसका अचानक छोटी उम्र में चले जाना एक ऐसा आघात है जो न केवल माता पिता बल्कि परिवार के सभी सदस्यों को भयानक आघात दे जाता है। समुचित उपाय के अभाव में यह उनकी मानसिक सेहत को तबाही की ओर ले जा सकता है।
यह एक जरूरी पहल
बच्चा सुरक्षित रहे वह आगे बढ़ता रहे हर माता पिता चाहते हैं पर ऐसा हमेशा संभव नहीं होता। बच्चा सुरक्षित इस दुनिया में कदम रख पाए यह भी अंदेशे में रहता है। नवजात का किसी कारण अचानक मौत हो जाने से उनसे जुड़े लोग एकबारगी भयानक आघात का सामना करते हैं। ऐसे में इस दिन को कैसे याद करें ताकि यह चोट इसकी पीड़ा से राहत मिले इसके लिए गर्भावस्था और शिशु हानि स्मरण दिवस की कल्पना की गयी।
गर्भावस्था और शिशु हानि स्मरण दिवस
साल 2002 में उन शिशुओं को सम्मानित करने या यूं कहें उन्हें याद करने के लिए इस दिन को मनाने पर विचार किया जो एक वर्ष की आयु से पहले इस दुनिया को विदा कह गए। यह एक आंदोलन की तरह है जिसकी शुरुआत रॉबिन बियर, लिसा ब्राउन और टैमी नोवाक ने की थी।
इन सबने मिलकर 15 अक्टूबर को विशिष्ट दिन की मान्यता देने के लिए संयुक्त राज्य संघीय सरकार के सामने एक याचिका दायर की। वर्ष 2006 से, जिस समय अमेरिकी सरकार ने अक्टूबर को गर्भावस्था और शिशु हानि स्मृति दिवस के रूप में घोषित किया, उस समय से हर वर्ष यह दिन 15 अक्टूबर को मनाया जाता है।
यह भी पढ़ें- वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे है, जानिए इस दिन का इतिहास, महत्व और इस साल की थीम
यहां मनाया जाता है यह दिन
संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा आदि जैसे पश्चिमी देशों में यह अधिक प्रचलित है। पर यह एक आवश्यक पहल है जो गर्भावस्था से संबंधित संकट, होने वाले नुकसान जैसे, गर्भपात, मृत बच्चे का जन्म और नवजात शिशुओं की मृत्यु आदि शामिल हैं, उन सबके बारे में खुलकर बात करने का अवसर मिलता है। इससे इस आघात से दुखी माता-पिता को उनके नुकसान से उबरने में मदद मिल सकती है। इस दिन से जुड़े आधिकारिक रंग गुलाबी और नीले रिबन हैं।
यह भी पढ़ें- अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर ऐसे करें अपनी बेटियों को सम्मान
गर्भावस्था और शिशु हानि स्मरण दिवस : कुछ उद्धरण और संदेश
- ‘तुम मेरी बाहों में कभी नहीं आए, पर तुम मेरे दिल से कभी नहीं जाओगे।’ – Zoe Clark
- ‘यह दुखदायी है क्योंकि यह मायने रखता है।’ – John Green
- ‘एक अनोखा दर्द है जो एक ऐसे बच्चे के लिए अपने दिल में जगह तैयार करने से आता है जो कभी नहीं आता।’ – David Platt
- ‘इंसान तो इंसान ही होता है, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो।’ – Dr. Seuss, Horton Hears A Who
- ‘सूर्यास्त के समय, वह नन्ही आत्मा जो भोर के साथ आई थी, अपने पीछे दुख छोड़कर चली गई।’ – L.M. Montgomery, Anne’s House of Dreams
- ‘आप हमेशा मेरे पसंदीदा रहेंगे, क्या होगा अगर’
- ‘तुम्हें एक पल के लिए ही तो गोद में उठाया गया था, लेकिन जीवन भर के लिए प्यार किया जाएगा।’
यह भी पढ़ें- आंखें हैं अनमोल, विश्व दृष्टि दिवस पर अपनों को दें बधाई, भेजें ये संदेश
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Twitter , Kooapp और YouTube पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबर।