Why Is Winter Not Cold: क्यों पहले की तरह नहीं पड़ती ठंड, हर साल बढ़ रहा ठंड का पारा

Why Is Winter Not Cold: दिसंबर दूसरा गर्म महीना रहा है। वैज्ञानिक भी सर्दियों के कम होने से हैरान हो गए हैं।

Why Is Winter Not Cold: हाड़कपाऊं ठंड… ये शब्द अब पुराना हो गया। एक समय था जब सर्दियों के दिन आते ही जगह-जगह अलाव जलने लगते हैं। ठंड का आलम इतना होता था कि स्कूल भी बंद हो जाते थे। मगर अब सर्दियों में भी ठंड पहले की तरह नहीं पड़ती है। पिछले दो सालों से सर्दियों के दिनों में अब तापमान गिरने के बजाय सामान्य रहता है। आमतौर पर दिसंबर के महीने में ही कड़ाके की ठंड पड़ने लगती थी। वहीं अब ठंड केवल जनवरी माह भर ही सही से पड़ती है। मौसम विज्ञान भी इस परिवर्तन से हैरान है और इसे सही संकेत नहीं मान रहे हैं। आईए जानते हैं कि सर्दियों में अब ठंड कम क्यों पड़ रही है…


सर्दियों में गायब है सर्दी

सर्दियों के दिनों की बात करें तो दिसंबर से जनवरी के बीच में सबसे ज़्यादा ठंडी पड़ती है। मगर पिछले दो सालों से दिसंबर में भी नवंबर की तरह सामान्य तापमान रहने लगा है। कई इलाकों में दिसंबर के महीने में हल्की फुल्की ठंड का भी अहसास नहीं हो रहा है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश जैसे क्षेत्रों में लोग सामान्य कपड़े पहनकर घरों से निकल रहे हैं। दिसंबर का महीना भी बीत रहा है। कुछ दिन बाद जनवरी भी आने वाली है। इस मौसम में भी दिल्ली कमोवेश गर्म इतनी है कि इसमें देर तक खड़े होना मुश्किल है। सर्दी के दिनों में दिन की धूप तेज और तीखी लग रही है।


दिसंबर में भी था गर्म महीना 

रविवार को दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर का अधिकतम तापमान 28.4 रिकॉर्ड किया गया। सोमवार को इससे कुछ कम और मंगलवार को 26 डिग्री रहा। इस पूरे हफ्ते का अधिकतम तापमान 22-25 तक रहने का अनुमान मौसम साइट का है। भारतीय मौसम विभाग का मानना है कि वर्ष 2015 के बाद से इस साल का अब तक का दिसंबर दूसरा गर्म महीना रहा है। वैज्ञानिक भी सर्दियों के कम होने से हैरान हो गए हैं। मौसम विज्ञान इसे खतरे का संकेत बता रहे हैं।


वैज्ञानिकों ने जताई चिंता

वैज्ञानिकों का कहना है कि दिन का अधिकतम तापमान इस बार इसलिए ज्यादा है क्योंकि इस साल पश्चिमी विक्षोभ दिल्ली और उत्तर भारत को कम प्रभावित कर रहा है। आईएमडी प्रमुख डॉक्टर एम मोहपात्रा ने न्यूज18 से कहा इस बार पश्चिमी विक्षोभ का असर कम है, लिहाजा मौसम सूखा है, ना बारिश है और ना ही बादल नजर आ रहे हैं। इसी वजह से ठंडी हवाएं नहीं चल रही हैं और ना ही घना कोहरा देखने को मिला है। वैज्ञानिकों ने इसको लेकर चिंता जताई है।

इसलिए कम हो रही ठंड 

दिसंबर माह में सर्दी महसूस नहीं होने की वजह बताते हुए डॉक्टर मोहपात्रा कहते हैं कि चूंकि पश्चिमी विक्षोभ का असर इस बार कम है और आसमान में बादल नहीं हैं। इसलिए सूरज की किरणें ज्यादा तीव्रता के साथ धरती पर आ रही हैं और वातावरण में गरम रेडिएशन हो रहा है। उनका मानना है कि इस बार ठंड के सीजन में ये रुख कुछ चलता रह सकता है। इसी वजह से रात में भी तापमान इतना गिर नहीं रहा और दिन कमोवेश गर्म हैं।

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