Brahma Kumaris: विज्ञान और आध्यात्मिकता का संगम है ‘द लाइट’ ए जर्नी विदइन 

Brahma Kumaris: हाल ही में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया ईफी के मंच पर ब्रह्माकुमारीज़ की एनिमेटेड फिल्म ‘द लाइट’ ए जर्नी विदइन की स्क्रीनिंग हुई।

Brahma Kumaris: ‘द लाइट’ ए जर्नी विदइन (The Light: A Journey Within) अध्‍यात्‍म जगत में एक नई रोशनी लेकर आयी है। यह महान हस्‍ती ब्रह्मा बाबा पर बनी फिल्म है, जिनके परिचय की आवश्‍यकता नहीं। पर जो उनके बारे में नहीं भी जानते उन सबको यह फिल्म देखनी चाहिए। इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया ईफी (54th International Film Festival of India) के मंच पर कुछ दिन पूर्व ही इस फिल्म की स्‍क्रीनिंग हुई है।

कौन थे ब्रह्मा बाबा ?

‘द लाइट’ ए जर्नी विदइन (The Light: A Journey Within) की कहानी ब्रह्माकुमारीज (Brahma Kumaris) संस्था के फाउंडर दादा लेखराज कृपलानी जिन्हें ब्रह्मा बाबा के नाम से जाना जाता है, उनके जीवन की वास्तविक घटनाओं पर आधारित है। बता दें कि ब्रह्मा बाबा का लौकिक नाम लेखराज कृपलानी था।

15 दिसंबर 1884 को सिन्ध, हैदराबाद (वर्तमान समय पाकिस्तान में) में जन्‍मे ब्रह्मा बाबा के पिता खूबचंद कृपलानी एक ग्रामीण पाठशाला में हेडमास्टर थे। बाबा की मां का देहान्त, उनकी अल्पायु में ही हो गया था। करीबन 20 साल की आयु में पिता खूबचंद का भी देहान्त हो गया तो दादा लेखराज ने सीखी अपने दम पर जीवन जीने की कला।

तब होती है कहानी की शुरुआत

बड़े होकर बाबा ने हीरे परखने यानी जोहरी की कला सीखी और समय के साथ कलकत्ता के नामचीन हीरा व्यापारी बन गए।  उनका व्यापार मुंबई तक भी पंहुच चुका था। बड़ा मान था उनका इसलिए उनको लोग आदर से लखी दादा कहते थे। जब उनकी उम्र 60 साल के करीब रही होंगी, तो उन्‍हें परमात्मा ने कुछ साक्षात्कार करवाए। इसके बाद शुरू होती है वह कहानी जो प्रेरणा से भरी, जीवन को बदलने वाली घटना है।

दिल को छूने वाला सिनेमा

बाबा पर बनी इस फिल्म यानी ‘द लाइट’ ए जर्नी विदइन में दर्शकों को उनके यानी दादा लेखराज के जीवन को जीवंत रूप में देखने को मिलेगा। कैसे ईश्वरीय रोशनी का अनुभव होने के बाद वह एक अमीर और समृद्ध हीरा व्यापारी से पिताश्री ब्रह्मा बने, लोग इसे करीब से महसूस कर सकेंगे। साथ ही किस तरह उन्होंने महिलाओं को सशक्त बनाने की अलग जगायी, यह भी लोग समझ सकेंगे।

इस फिल्म के निर्माताओं को पूरा भरोसा है कि विज्ञान और आध्‍यात्मिकता का संगम  ‘द लाइट’ ए जर्नी विदइन आने वाले दिनों में दर्शकों के दिलों को छू लेगा। स्क्रिनिंग के दौरान कई फिल्म निर्देशक और एक्सपर्ट्स भी विशेष तौर पर फिल्म देखने पहुंचे थे।

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Brahma Kumaris, The Light_ A Journey Within
Brahma Kumaris

विशेष अति‍थि‍ की उपस्थिति

स्क्रीनिंग के समय रेड कार्पेट पर ब्रह्माकुमारीज़ संस्था की एडिशनल चीफ बीके जयंती दीदी, फिल्म के प्रोड्यूसर बीके हरिलाल भानूशाली,  गोवा के आर्ट एंड कल्चरल मिनिस्टर गोविंद गावडे, पर्यटन राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक, फिल्म के क्रिएटिव प्रोड्यूसर शूजीत सिरकार, एनिमेशन निर्देशक प्रसाद अजगांवकर विशेष तौर पर मौजूद रहे।

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ब्रह्माकुमारीज़ (Brahma Kumaris) मेडिकल विंग के चेयरपर्सन बीके डॉ. अशोक मेहता, पीस ऑफ माइंड चैनल के मैनेजिंग डायरेक्टर बीके रवी, सीईओ बीके गीता, मुबंई से खार सेवाकेंद्र की प्रभारी बीके शोभा, गोवा की प्रभारी बीके शोभा भी उपस्थित रही।

फिल्म की ओपनिंग से पहले थिएटर में गोवा के राज्यमंत्री येशु नाईक जी ने बीके हरिलाल भानुशाली, शुजीत सिरकार, प्रसाद अजगांवकर और बीके जयंती दीदी को ईफी, NFDC और गोवा एंटरटेनमेंट सोसाइटी की तरफ से सम्मानित किया।

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