Mahakumbh 2025 : मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ में उप्र के एक ही परिवार की दो महिलाओं की मौत हो गई। एक झटके में उत्तर प्रदेश के एक परिवार के तीन बच्चों के सर से मां का साया छिन गया। संगम नोज पर मंगलवार की रात अचानक से भीड़ आ गई जिसमें स्नान करने गई लाली देवी और सनाकेसा देवी दोनों की मौत हो गई। भगदड़ में भी उनके ऊपर चढ़ गई और बृजमोहन ने तुरंत दोनों को अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की लेकिन तब तक दोनों की सांसे टूट चुकी थी।
लाली के मौत से अनाथ हुए तीन बच्चे ( Mahakumbh 2025 )

इस दुखद घटना में लाली देवी की मृत्यु हो गई। लाली देवी ने एक तरफ अपनी मां के साथ इस दुनिया को अलविदा कह दिया वहीं दूसरी तरफ लाली देवी के तीन बच्चे- रोशनी दीपू और यीशु अब बिना माँ के हो गए हैं। इन तीनों मासूमों को पता भी नहीं था कि महाकुंभ स्नान करने गई उनकी मां कभी लौट के नहीं आएगी। वहीं दूसरी तरफ अरविंद को जब अपनी मां और बहन के मौत की खबर चली वह बार-बार बेहोश होने लगा। बृजमोहन ऑटो चलते हैं और अब तीनों बच्चों की जिम्मेदारी उनके कंधे पर आ गई है।

परिवार वालों का कहना है की लाली देवी अपनी मां को हर तीर्थ स्थान पर अपने साथ ले जाती थी और इस बार भी वह मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ स्नान के लिए अपनी मां को लेकर गई थी लेकिन इस बार मां और बेटी घर नहीं लौट पाई। घटना की खबर मिलते ही पूरे गांव में शोक छा गया। घर के लोग बेसब्री से पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे हैं।
वही लाली देवी के तीनों बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है। महाकुंभ की यह घटना उत्तर प्रदेश के देवरिया का पूरा परिवार उजड़ दिया और परिवार जनों को एक झटके में पूरी जिंदगी का घाव दे दिया। पूरे परिवार में दुख देखने को मिल रहा है और बच्चे अपनी मां की याद में चीख-चीख कर बेहोश हो रहे हैं।
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Twitter, Kooapp और YouTube पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबर