
Neelgiri Ki Kheti: आज के समय में लोग नौकरी के साथ-साथ आधुनिक तरीके से खेती भी करने लगे हैं। ज्यादातर लोग चाहते हैं कि उन्हें दोनों तरफ से आमदनी हो इसके लिए लोग खेती और नौकरी दोनों साथ-साथ करते हैं। आधुनिक खेती में इमारती लकड़ी वाले पौधों की बागवानी का खूब चलन देखने को मिल रहा है। सीसम,सखुआ और महोगनी जैसे पेड़ अब सामान्य हो चुके हैं अब लोग अन्य कई तरह के पेड़ लगाते हैं जिसकी कीमत अधिक होती है। आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे में बताएंगे जिसके सिर्फ लकड़ी ही नहीं बल्कि पत्तियां और छाल भी महंगी होती है।
कृषि वैज्ञानिकों की माने तो निलगिरी जिसे सफेदा भी कहा जाता है, आजकल चलन में बना हुआ है। नीलगिरी की लकड़ियों का काफी डिमांड देखने का मिलता है। इसका इस्तेमाल प्लाइवुड इंडस्ट्री में किया जाता है। आप अपने खेत के मेड़ पर इसका पेड़ लगा सकते हैं। इसके साथ आप चाहे तो मौसमी फलों की खेती भी कर सकते हैं।
फसल लगाने में नहीं आता अधिक खर्च (Neelgiri Ki Kheti)
इस पेड़ को लगाने में बहुत कम खर्च आता है और इसे अधिक देखरेख की जरूरत भी नहीं पड़ती। सिर्फ इतना ही नहीं इसमें खाद और सिंचाई की भी खास जरूरत नहीं होती। सबसे बड़ी बात है कि 4 से 5 साल में आप इस पेड़ की कटाई कर सकते हैं। एक पेड़ से हजारों रुपए का मुनाफा आपको हो सकता है।
आपको बता दे की एक एकड़ में नीलगिरी के 1200 पेड़ लगाए जाते हैं और यह 5 सालों में बेचने लायक भी हो जाता है। अगर आप बागवानी पर ठीक से ध्यान देते हैं तो आप और अच्छे से फसल को उगा पाएंगे।
अब आप खुद समझ लीजिए की 5 साल इंतजार कर ले तो आप कितनी अच्छी फसल उगा सकते हैं और आपको कितनी अधिक कमाई भी होगी। सबसे बड़ी बात है कि आप इसको काट देंगे तो दोबारा से इसमें पौधा उग आता है। यह फसल बेहद ही अच्छा होता है।
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