Who Is Saveera Parkash: पाकिस्तान की सियासत में हिंदू महिला की एंट्री, पहले थी सरकारी डॉक्टर

Who Is Saveera Parkash: डॉक्टर सवीरा अपने पेशे से सरकारी डॉक्टर हैं, जो पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय में आती हैं।

Who Is Saveera Parkash: अब से ठीक 2 महीने बाद पाकिस्तान में आम चुनाव होने वाले हैं। चुनाव की तारीखों का भी ऐलान कर दिया गया है। यह आम चुनाव अगले साल 8 फरवरी को होंगे। पाकिस्तान में आम चुनाव की तैयारियां का शोर भले ही अब थम चुका हो, लेकिन एक हिंदू महिला ने पाकिस्तान की सियासत में एंट्री लेकर लगातार सुर्खियों में हैं। पाकिस्तान की यह हिंदू महिला अपने पेशे से एक सरकारी डॉक्टर है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों की सेवा करने के बाद ही इन्हें राजनीतिक गलियों में आने की सूझी।यह हिंदू महिला पाकिस्तान की सबसे बड़ी पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) की ओर से उम्मीदवार बनी हैं। आईए जानते हैं कि पाकिस्तान की सियासत में उथल-पुथल मचाने वाली यह हिंदू महिला कौन हैं…


सरकारी डॉक्टर हैं सवेरा प्रकाश

पाकिस्तान की मौजूदा हालात की बात करें तो वहां अल्पसंख्यक समुदाय सबसे बदतर स्थिति में है। पाकिस्तान में हिंदुओं की समस्याएं किसी से भी छिपी नहीं है। ऐसे में पाकिस्तानी राजनीति में एक हिंदू महिला का चुनाव में उम्मीदवार बनाकर आना खलबली मचाने जैसा ही है। यह हिंदू महिला डॉक्टर सवीरा प्रकाश हैं। डॉक्टर सवीरा अपने पेशे से सरकारी डॉक्टर हैं, जो पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय में आती हैं।


सवीरा प्रकाश बुनेर जिले से हैं उम्मीदवार

न्यूज एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, पाकिस्तानी-हिंदू डॉ. सवीरा प्रकाश आगामी आम चुनाव में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बुनेर जिले से खड़े होने वाली अल्पसंख्यक समुदाय की पहली महिला उम्मीदवार बनने जा रही हैं। सवीरा प्रकाश ने 2022 में एबटाबाद इंटरनेशनल मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद सवीरा प्रकाश को सरकारी डॉक्टर की नौकरी मिली और सामाजिक सेवा में जुट गईं। अब राजनीति में दस्तक देने जा रही हैं।

पिता 35 साल से हैं पार्टी के सदस्य

पाकिस्तानी-हिंदू डॉ. सवीरा प्रकाश ने डॉन को बताया कि उनकी मेडिकल पृष्ठभूमि के कारण “मानवता की सेवा करना मेरे खून में है”। उन्होंने कहा कि एक निर्वाचित विधायक बनने का उनका सपना एक डॉक्टर के रूप में सरकारी अस्पतालों में खराब प्रबंधन और असहायता का अनुभव करने के कारण पैदा हुआ था। उनके पिता ओम प्रकाश, हाल ही में सेवानिवृत्त डॉक्टर हैं जो पिछले 35 वर्षों से पार्टी के सक्रिय सदस्य थे। पिता की तरह बेटी भी पार्टी का साथ देकर चुनावी गलियों में नाम ऊंचा करेंगी।


डॉ सवीरा को मिलेगा हिंदुओं का साथ

बता दें, पाकिस्तान में 16वीं नेशनल असेंबली के सदस्यों के चुनाव के लिए अगले साल 8 फरवरी को आम चुनाव होने हैं। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, सवीरा प्रकाश ने 23 दिसंबर को PK-25 की सामान्य सीट के लिए अपना नामांकन पत्र जमा कर दिया है। वह वर्तमान में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की महिला विंग की महासचिव के रूप में कार्यरत हैं। ऐसा माना जा रहा है। पाकिस्तान की राजनीति में हिंदू महिला डॉ. सवीरा प्रकाश बड़ी क्रांति ला सकती हैं। कयोंकि डॉ सवीरा को अल्पसंख्यक समुदाय का स्पोर्ट तो मिलेगा ही साथ ही पाक की बड़ी पार्टी पीपीपी की लोकप्रियता भी वोट बटोरेगी।

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