त्योहारों के सीजन में स्वीट डिश तौर पर जलेबी खूब खाया और बनाया जाता है। दूध के साथ जलेबी का सेवन सुपर फूड की तरह काम करती है।
पारम्परिक तौर पर आज भी कई जगहों बच्चों को परीक्षा देने जाने से पहले या किसी भी शुभ कार्य से पहले दूध जलेबी खाया और खिलाया जाता है।
गर्मागर्म जलेबी को अक्सर लोग दूध, दही और रबड़ी के साथ बड़े ही चाव से खाते देखे जा सकते हैं।
दूध के साथ जलेबी का सेवन स्ट्रेस हार्मोन को कम करने में मददगार साबित होता है। इससे तनाव से राहत मिलती है और एकाग्रता में वृद्धि होती है साथ ही मूड भी फ्रेश होता है।
दूध-जलेबी का कॉम्बिनेशन माइग्रेन और सिरदर्द जैसी परेशानियों को दूर करने में भी काफी मददगार साबित होता है।
स्वास्थ्य के जानकारों के मुताबिक सुबह के समय नाश्ते में दूध के साथ जलेबी खाने से कमर दर्द, थकान, सर्दी, बुखार और यहां तक कि जोड़ों के दर्द से भी राहत मिलती है।
बुजुर्गों के लिए गर्म दूध के साथ जलेबी दर्द को दूर करने में रामबाण की तरह कार्य करता है।
दूध-जलेबी के कॉम्बिनेशन में प्रचुर मात्रा में कैलोरी होती है। इसका नियमित सेवन वजन बढ़ाने में काफी मदद करता है।
दूध जलेबी के मिश्रण में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से सुरक्षित रखने में मददगार साबित होते हैं। इसके सेवन से इम्यूनिटी मजबूत होती है।
दूध जलेबी के मिश्रण में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से सुरक्षित रखने में मददगार साबित होते हैं। इसके सेवन से इम्यूनिटी मजबूत होती है।
गर्म दूध के साथ जलेबी का सेवन सर्दी-ज़ुकाम दूर करने में काफी कारगर साबित होता है। साथ इससे सर्दी-जुकाम में सांस में हो रही दिक्कत भी दूर होती है।
दूध जलेबी के मिश्रण में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से सुरक्षित रखने में मददगार साबित होते हैं। इसके सेवन से इम्यूनिटी मजबूत होती है।
गर्म दूध में जलेबी भिगोकर खाने से अस्थमा के मरीज को काफी फायदा होता है और सांसों से जुड़ी समस्या में राहत मिलती है।
दूध के साथ जलेबी खाने से पीलिया की बीमारी में काफी राहत मिलती है। पीलिया से पीड़ित लोगों को दूध के साथ जलेबी खाने की सलाह दी जाती है।
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