एक्सपर्ट और डाइटिशियन के अनुसार, डायबिटीज के मरीज भी आम का सेवन कर सकते हैं। बस उनको उसकी मात्रा का ध्यान रखना है।
पहले आधा कप खाएं और देखें कि आपका ब्लड शुगर बढ़ता है या नहीं। अगर बढ़ता है तो कितना बढ़ता है। थोड़ा आम खाने के बाद अगर आपका ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ता है तो आप उस हिसाब से अपने आम खाने की मात्रा तय कर सकते हैं।
अगर आपका शुगर लेवल हमेशा हाई रहता है तो इसका सेवन करने से बचें। अगर वो कंट्रोल है तो बहुत कम मात्रा में इसका सेवन किया जा सकता है।
आपको स्मार्ट तरीके से अपनी डाइट में शामिल करना है, ताकि आप इसके स्वाद का मजा भी ले सकें और आपकी हेल्थ भी अच्छी रहे।
आप आम को खा सकते हैं लेकिन ध्यान रखना है कि उसके साथ कोई फूड आइटम ऐसा न खाए जो हाई कार्ब्स से भरपूर हो।
आम के साथ कभी हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड आइटम्स को नहीं जोड़ना चाहिए।
एक आम में लगभग 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है। रोजाना सिर्फ 30 ग्राम कार्बोहाइड्रेट लेने की सलाह दी जाती है।
फल अनेक प्रकार के पोषक तत्वों जैसे विटामिन्स, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट्स और रेशे से भरपूर होते हैं और किसी भी सामान्य व्यक्ति के दैनिक भोजन का आवश्यक हिस्सा होना जरुरी होना चाहिए।
आम अपनी प्राकृतिक मिठास के साथ वो रेशे से भी भरपूर होते हैं, जिसकी आवश्यकता मधुमेह के रोगियों को होती है।
इसी रेशे की वजह से फलों से मिलनी वाली शर्करा को काफी हद्द तक नियंत्रित किया जा सकता है।
आम को ब्रेकफास्ट और खाने के बीच में आराम से खा सकते हैं। लेकिन आम को डिनर या खाने के साथ नहीं खाना चाहिए।
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