
Russia Ukraine Nuclear War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष ने नया मोड़ ले लिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में यूक्रेन को रूस के भीतर मिसाइलें दागने की अनुमति दी। इसके बाद, यूक्रेन ने छह अमेरिकी निर्मित एटीएसीएमएस मिसाइलें रूस के ब्रायंस्क क्षेत्र पर दाग दीं। ये मिसाइलें 300 किमी से अधिक की मारक क्षमता रखती हैं और यूक्रेन ने इन्हें अपने बचाव के लिए इस्तेमाल करने की मंशा जाहिर की है।
रूस की परमाणु नीति में बदलाव
इस हमले के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश की परमाणु नीति में बदलाव करते हुए हमले की सीमाएं घटा दीं। यह कदम वैश्विक चिंता का कारण बन गया है। रूस का आरोप है कि अमेरिका ने यूक्रेन को यह कदम उठाने के लिए प्रेरित किया। इसके जवाब में, रूस ने अपनी रणनीतिक तैयारियों को और मजबूत किया है।
नाटो देशों में घबराहट
युद्ध के इस नए दौर ने नाटो देशों में खलबली मचा दी है। कई यूरोपीय देशों ने संभावित परमाणु युद्ध की आशंका के चलते अपने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
स्वीडन: स्वीडन ने बंकरों में छिपने की सलाह देते हुए नागरिकों को चेतावनी देने के लिए पर्चे बांटे।
नॉर्वे: नॉर्वे ने आपातकालीन पर्चे जारी किए हैं, जिनमें लोगों से किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
डेनमार्क: डेनमार्क ने नागरिकों को राशन, पानी और दवाइयां जमा करने के लिए ईमेल भेजे हैं।
फिनलैंड: फिनलैंड ने संकट की तैयारी के लिए अपने ऑनलाइन गाइड को अपडेट किया है।
महायुद्ध के लिए कौन जिम्मेदार?
रूस और यूक्रेन युद्ध के इस खतरनाक मोड़ के लिए जिम्मेदारी तय करना मुश्किल है। रूस का कहना है कि अमेरिका द्वारा यूक्रेन को बैलिस्टिक मिसाइलों की अनुमति देना उकसाने वाला कदम है। वहीं, यूक्रेन का दावा है कि यह जवाबी कार्रवाई है, क्योंकि रूस ने उनके शहरों को बर्बाद कर दिया।
परमाणु युद्ध का खतरा
यूरोप में इन हालातों ने परमाणु युद्ध की आशंका को और गहरा कर दिया है। नाटो देशों ने अपने नागरिकों को सावधानी बरतने और लंबी अवधि तक टिकने के लिए आवश्यक वस्तुएं जमा करने की हिदायत दी है।
युद्ध का नया दौर शुरू
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे इस संघर्ष ने वैश्विक स्तर पर एक नए संकट को जन्म दिया है। जहां यूक्रेन अमेरिकी हथियारों के साथ पलटवार कर रहा है, वहीं रूस ने अपनी रणनीतियों को बदलते हुए स्थिति को और गंभीर बना दिया है। यह संघर्ष न केवल इन देशों के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंताजनक है।
ये भी पढ़ें-पैंतरेबाजी में पक्की, तीनों सेनाओं की सेवा..Hypersonic Missile से भारत ने…
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Google News , Twitter और YouTube पर फॉलो करें।Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा–तरीन खबर।