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World’s Largest Coral: प्रशांत महासागर में मिला दुनिया का सबसे बड़ा कोरल, 16 फीट ऊंचा और ब्लू व्हेल से भी बड़ा, देखें रोचक तस्वीरें।

World's Largest Coral: वैज्ञानिकों ने हाल ही में दुनिया का सबसे बड़ा कोरल खोज निकाला है। यह खोज अक्टूबर में नेशनल जियोग्राफ़िक सोसाइटी की प्रिस्टीन सीज़ टीम ने की, जो 42 फीट की गहराई पर स्थित है। इस कोरल की ऊंचाई 16 फीट बताई जा रही है।

प्रशांत महासागर में पाया गया दुनिया का सबसे बड़ा कोरल, जिसकी ऊंचाई 16 फीट और आकार 112x105 फीट है, जो ब्लू व्हेल से भी बड़ा है।
World's Largest Coral

World’s Largest Coral: हाल ही में, वैज्ञानिकों ने दुनिया का सबसे बड़ा कोरल (मूंगा) दक्षिण-पश्चिमी प्रशांत महासागर में खोजा है। यह कोरल न केवल ब्लू व्हेल से भी बड़ा है, बल्कि इसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है। इतना विशाल होने के बावजूद यह कोरल अब तक छिपा हुआ था। इसकी लंबाई 112×105 फीट है, और यह 42 फीट गहरे पानी में स्थित है, जिसकी ऊंचाई 16 फीट तक बताई जा रही है। अनुमान है कि यह कोरल लगभग 300 साल पुराना है, या उससे भी ज्यादा।

खोज की जानकारी

नेशनल जियोग्राफिक सोसाइटी की प्रिस्टीन सीज़ टीम ने इस कोरल की खोज की। अभियान की प्रमुख वैज्ञानिक, मौली टिमर्स, ने बताया कि यह कोरल टीम को उस रात मिला जब वे दूसरे क्षेत्र में जाने वाले थे। एक वीडियोग्राफर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को समझने के लिए प्रशांत महासागर की जांच कर रहा था, तभी उसे यह मेगा कोरल मिला। इस कोरल को पावोना क्लैवस या शोल्डर ब्लेड कोरल कहा जाता है, क्योंकि इसमें कंधे जैसी संरचनाएं होती हैं। यह मुख्य रूप से भूरा रंग का है, जिसमें पीले, गुलाबी और नीले रंग भी दिखाई देते हैं।

कोरल की संरचना

कोरल एक बेहद खूबसूरत और महत्वपूर्ण समुद्री जीव है। यह छोटे-छोटे जीवों के समूह से बनता है जिन्हें पॉलीप्स कहा जाता है। ये पॉलीप्स कैल्शियम कार्बोनेट निकालकर एक सख्त संरचना बनाते हैं, जिससे कोरल की चट्टानें बनती हैं। कोरल समुद्री जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि ये कई समुद्री जीवों जैसे मछली, झींगे और समुद्री घोड़े के लिए घर का काम करते हैं।

कोरल का आकार और रंग

कोरल विभिन्न आकारों और रंगों में पाए जाते हैं। इनमें शाखाओं जैसी, पंख जैसी या गोलाकार संरचनाएं हो सकती हैं। ये लाल, गुलाबी, पीले, हरे और कई अन्य रंगों में होते हैं। जब एक पॉलीप मर जाता है, तो उसके ऊपर एक नया पॉलीप उग आता है, जिससे कोरल की चट्टानें बढ़ती रहती हैं।

जलवायु परिवर्तन का असर

कोरल जलवायु परिवर्तन और महासागरों के बढ़ते तापमान के कारण खतरे में हैं। हालांकि, यह विशाल कोरल समुद्र की सतह पर उच्च तापमान के खतरों से बचता हुआ गहरे पानी में स्थित है, जो इसे जीवित रहने में मदद करता है।

कोरल का संरक्षण

कोरल के संरक्षण के लिए जागरूकता बढ़ाना जरूरी है, क्योंकि ये समुद्र के इकोसिस्टम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनकी सुरक्षा से समुद्री जीवन की समृद्धि बनी रहती है और समुद्रों के स्वास्थ्य को बनाए रखा जा सकता है।

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