
ITR Return Tips: अगर आप भी आईटीआर रिर्टन भरने जा रहे हैं तो जल्दी-जल्दी में अपनी कुछ कटौतियों का दावा करना मत भूल जाना। क्योंकि अगर आप चालू वित्त वर्ष में उसका लाभ नहीं लेगें तो अगले साल भी फिर शून्य रह जाती है। इनकम टैक्स द्वारा अगर किसी वित्त वर्ष में स्पेशली दी गई कुछ कटौती का लाभ नहीं लेगें तो उसके बाद निश्चित नहीं होता कि अगले साल में मिलेगा भी नहीं। इनकम टैक्स फाइल रिर्टन करने से पहले सभी कटौतियों वाले महत्वपूर्ण कागजों को जुटा कर अपने पास रख लें और फिर उसके बाद फाइल को रिर्टन करें..
वो कौन-कौन सी डिडक्शन है जिनके दम पर आप कटौती का दावा कर सकते हैं, आइए जानते हैं..
EPF निवेश में टैक्स छूट
कई कर्मचारी (कर्मचारी भविष्य निधि ईपीएफ) की योजना के अंतर्गत आते हैं। यह योजना सभी कर्मचारियों के वेलफेयर के लिए होती है और इसमें 12 प्रतिशत अनिवार्य रूप से ईपीएफ खाते में जमा करने होते हैं। इसके लिए भी आप धारा 80सी के अंतर्गत कटोती का दावा कर सकती है। इसके अलावा वीपीएफ भी एक अच्छा विकल्प है, इसके तहत भी आप आईटीआर फाइल करते समय टैक्स में छूट पा सकते हैं।
PPF में निवेश
अगर आप पीपीएफ जैसे विकल्प निवेशों में इन्वेस्ट करने जा रहे हैं तो धारा 80 सी के अन्तर्गत आप पूरे 1.5 लाख रूपये तक की कटौती कर सकते हैं। पीपीई को ईईइ का दर्जा प्राप्त है और इस पर मिलने वाले गैर ब्याज कर योग्य है और इसकी मैच्योरिटी राशि कर मुक्त है। पीपीएफ खाता 15 साल की अवधि के लिए लॉक इन होता है।
ELSS म्युच्युल फंड में निवेश
इक्टिटी लिक्ड सेविंग स्कीम में निवेश करना काफी शानदार होता है इसमे निवेश करके धारा 80सी के तहत कटौती का दावा कर सकता है। बता दें एक वित्तीय वर्ष में आप 1.5 लाख रूपये तक का दावा कर सकते हैं। इस योजना की लॉक इन अवधि काफी कम होती है। आप इसमे निवेश करके इसमें कटौती का दावा कर सकते हैं। इस तरह आप आईटीआर फाइल करते समय इस पर भी छूट पा सकते हैं।
ये भी पढ़े- ITR Filing: टैक्स पेयर को फाइल रिटर्न करने पर मिलेगा 25 परसेंट का डिस्काउंट, ऐसे उठाएं फायदा
तमाम खबरों के लिए हमें Facebook पर लाइक करें Twitter , Kooapp और YouTube पर फॉलो करें। Vidhan News पर विस्तार से पढ़ें ताजा-तरीन खबरे