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Bank Nationalisation Day 2023: आज ‘बैंक राष्ट्रीयकरण दिवस’ है, जानें इस दिन का इतिहास-महत्व

Bank Nationalisation Day 2023: आज का दिन भारतीय बैंकिंग व्यवस्था के लिए ऐतिहासिक का महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि इस दिन 14 निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण हुआ था

Bank Nationalisation Day 2023: साल 1969 में 19 जुलाई को तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया था। इसके बाद अब 50-52 साल बीतने के बाद नरेंद्र मोदी सरकार सार्वजनिक क्षेत्र वाले दस और बैंकों का निजीकरण कर रही है।

इससे पूर्व 2017 में केंद्र ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को जोड़ा और साल 2019 में 10 बैंकों का विलय कर 12 बैंकों को विस्तार दिया। 2021-22 का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव रखा।

Bank Nationalisation Day 2023: 19 जुलाई, 1969 का था बेहद खास दिन

19 जुलाई, 1969 का दिन बेहद खास रहा, इस दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण करने का एलान कर दिया था। प्रधानमंत्री विभाग के कई दिग्गज लोगों को इस बारे में पहले ही जानकारी थी। पर ये काम बेहद गोपनीय तरीके से किया गया था, जिसकी सूचना आरबीआई के गवर्नर को भी नहीं होने दी थी

देश की अर्थव्यवस्था के लिए बैंकों को लेकर ये दिन 19 जुलाई का बेहद ही खास माना जाता है, क्योंकि 19 जुलाई, 1969 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 14 निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर दिया था। उस वक्त ये बैंक देश के बड़े औद्योगिक घराने चला रहे थे।

Bank Nationalisation Day 2023: इन सभी बैंकों का हुआ था विलय

इन बैंकों में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक, पंजाब नैशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक, केनरा बैंक, यूनाइटेड बैंक, सिंडिकेट बैंक, इलाहाबाद बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक तथा बैंक ऑफ महाराष्ट्र शामिल थे। इंदिरा गांधी का ये फैसला बेहद ही शानदार रहा था।

Bank Nationalisation Day 2023: 14 निजी बैंकों को राष्ट्रीयकृत करने का फैसला

तत्कालीन प्रधानमंत्री 14 निजी बैंकों को राष्ट्रीयकृत करने के अपने फैसले को न्यायोचित ठहराते हुए प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कहा था कि बैंकिंग को ग्रामीण क्षेत्रों तक ले जाने के उद्देश्य से इस कदम को बेहद जरूरी बताया गया था।

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