
BPSC Success Story: वक्त और हालात कई लोगों को कमजोर कर देते हैं और लोग अपने सपने को पूरा नहीं कर पाते,लेकिन कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो ठान लेते हैं और मंजिल पाकर ही चैन की सांस लेते हैं।ऐसे ही कहानी है बिहार की ज्योति रानी की। उन्होंने आर्थिक तंगी और मुश्किलों से लड़कर अपनी अलग पहचान बनाई और बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास कर सीनियर डिप्टी कलेक्टर यानी कि एसडीएम बन गई।
ज्योति रानी बिहार के पूर्वी चंपारण जिले की रहने वाली है और उनके पिता पिकअप ड्राइवर है। माँ एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता है।ज्योति की जिंदगी में कई मुश्किलें आई लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और बीएससी परीक्षा में टॉप कर दिखाइ। वह मूल रूप से बिहार के रक्सौल ब्लॉक की रहने वाली है।
साधारण परिवार से आती है ज्योति रानी (BPSC Success Story)
ज्योति रानी बिहार के साधारण परिवार से आती है और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने पटना से 12वीं तक की पढ़ाई की इसके बाद आईआईटी की तैयारी के लिए 1 साल का ब्रेक लिया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
मीडिया रिपोर्ट्स कि माने तो ज्योति ने जयपुर से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन ब्रांच से बीटेक की डिग्री हासिल की है और इसके बाद उन्हें ₹6 लाख के पैकेज पर प्राइवेट कंपनी में नौकरी मिल गई। कोरोना के दौरान वह घर आई और नौकरी की तैयारी शुरू कर दी इस दौरान उन्होंने यूट्यूब से ही तैयारी किया। कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास के दम पर उन्होंने 67वीं बीएससी में 256 भी रैंक हासिल की और पहली पोस्टिंग उन्हें पश्चिमी चंपारण में मिली।
उन्होंने अपने इंटरव्यू में बताया कि रिजल्ट आने के बाद वह और उनके पिता खूब रोए थे। ज्योति के परिवार के लिए उनकी सफलता बेहद अहम थी। उन्होंने मुश्किलों का सामना करते हुए इस कठिन परीक्षा को पास कर दिखाया जो हर लड़की के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत करके आप किसी भी मंजिल को हासिल कर सकते हैं।
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