
Premanand Maharaj Ji: वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज पूरी दुनिया में मशहूर है। सोशल मीडिया पर उनकी तगड़ी फैन फॉलोइंग है और महाराज जिससे मिलने बड़े-बड़े नेता से लेकर अभिनेता तक आते हैं। अक्सर आपने देखा होगा कि प्रेमानंद महाराज के साथ उनके चार शिष्य साए की तरह हमेशा नजर आते हैं।
कभी महाराज जी के यह शिष्य दर्शन के लिए आए थे लेकिन वह भक्ति और अध्यात्म से ऐसे आकर्षित हुए की दोबारा कभी वृंदावन छोड़ नहीं पाए और हमेशा के लिए वृंदावन में रह गए। महाराज जी के चारों शिष्यों में किसी ने आर्मी की नौकरी छोड़ी है तो कोई बिजनेस त्याग कर महाराज जी के शरण में आया है। तो आईए जानते हैं कौन है महाराज जी के यह चारों शिष्य…
नवल नागरी बाबा (Premanand Maharaj Ji)
प्रेमानंद महाराज के साथ हमेशा रहने वाले नवल नागरी बाबा कभी आर्मी में नौकरी करते थे। प्रश्नोत्तरी में जो महाराज जी को भक्तों का सवाल पढ़ कर सुनते हैं वही नवल बाबा है। वह पठानकोट के रहने वाले हैं और 2008 से 2017 तक आर्मी में नौकरी कर चुके हैं। 2016 में जब वह कारगिल पोस्टेड थे तब उन्होंने प्रेमानंद महाराज जी का प्रवचन सुना और वह इसे इतना प्रभावित हुए कि वह साधु जीवन अपनाने के बारे में फैसला कर लिए।
अलबेलीशरब बाबा
अलबेलीशरब बाबा दिल्ली के रहने वाले हैं और एक समय में वह चार्टर्ड अकाउंटेंट का जॉब करते थे। महाराज जी का प्रवचन सुनने के बाद उन्होंने सांसारिक जीवन को त्याग दिया और राधा रानी के भक्त बन गए।
आनंद प्रसाद बाबा
प्रेमानंद महाराज जी के साथ एक और शिष्य सहायक की तरह नजर आते हैं जिनका नाम आनंद प्रसाद बाबा है। वह बहुत बड़े बिजनेसमैन थे और फुटवियर्स का बिजनेस चलाते थे लेकिन बाद में उन्होंने महाराज जी का प्रवचन सुना और अध्यात्म जीवन जीने लगे।
श्याम सुखदानी बाबा
श्याम सुखदानी बाबा ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और वह बेंगलुरु से लेकर गुड़गांव तक जॉब कर चुके हैं।
महामाधुरी बाबा
महामाधुरी बाबा महाराज जी के प्रिया शिष्यों में से एक है और वह पीलीभीत के रहने वाले हैं। एक समय में वह प्रोफेसर की जॉब करते थे लेकिन बाद में नौकरी छोड़कर उन्होंने आध्यात्मिक का जीवन अपना लिया।
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