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Viral News: जिस पत्थर को ‘कुल देवता’ समझकर सालों से पूज रहे थे लोग, वे निकले डायनासोर के अंडे

Dinosaur Eggs: धार जिले में अब तक ऐसे 250 से अधिक डायनासोर के अंडे मिल चुके हैं। ऐसा माना जाता है कि मध्य प्रदेश की नर्मदा घाटी में डायनासोर अच्छी संख्या में थे। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि डायनासोर लगभग 175 मिलियन साल पहले पृथ्वी पर घूमते थे

मध्य प्रदेश (MP Viral News) से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। राज्य के धार में जिसे लोग ‘कुल देवता (Kuldevtas)’ मानकर सालों से पूजा कर रहे थे वह अंडा निकला और वह भी डायनासोर का…। जी हां, गांववाले सालों से एक पत्थर को कुल देवता मानकर पूजा-अर्चना कर रहे थे। लेकिन अब वो करोड़ों वर्ष पहले के डायनासोर के अंडे (Dinosaur Eggs) निकले हैं। यह मामला धार जिले के पाडल्या गांव (Padalya Village) का है।

दरअसल, हाल ही में पिछले कई सालों से पाडल्या गांव में डायनासोर के अंडे को पूजने की खबर सामने आई थी। जांच पता चला है कि ये अंडे करीब 17 साल पहले खेती के लिए खुदाई के दौरान मिले थे। लोग गलतफहती में डायनासोर के अंडों की पूजा शुरू कर दी थी। गांव के 40 वर्षीय वेस्ता मंडलोई को खुदाई के दौरान गोलाकार पत्थरनुमा आकृति वाली वस्तु मिली थी, जिसे उन्होंने अपने पूर्वजों के कुल देवता के रूप में माना। इसके बाद उनके साथ-साथ गांव के अन्य लोग भी कुल देवता मानते हुए अंडे की पूजने लगे।

7 करोड़ साल पुराने हैं अंडे

ये अंडे करीब 7 करोड़ साल पुराने हैं। गांव के लोगों को ये अंडे करीब 17 साल पहले खेती के लिए खुदाई के दौरान मिले थे। वे इसे ‘भीलट बाबा'(Bhilat Baba)’ मानकर पूजा करने लगे। पहले उन्होंने इस पर एक आकृति बनाई फिर पूजा करने लगे। ग्रामीण इसे कुल देवता काकड़ भैरव मानते हैं। काकड़ यानी खेत और भैरव देवता को कहा जाता है।

पाडल्या गांव के निवासी वेस्ता मंडलोई ने NDTV से कहा, “हम भीलट बाबा को नारियल चढ़ाते थे और पूजा करते थे। ग्रामीण बारिश के दौरान बकरे भी चढ़ाते थे।” हालांकि, जब एक्सपर्ट की एक टीम ने गांव का दौरा किया, तो पाया कि वह पत्थर लाखों साल पुराने डायनासोर के अंडे हैं।

अब मिल चुके हैं 250 अंडे

प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) एएस सोलंकी ने कहा, “हमारे पास एक डायनासोर पार्क है जो 2011 में बनाया गया था। कई बार आसपास के गांवों में लोग ऐसे जीवाश्म पाते हैं और उनकी पूजा करना शुरू कर देते हैं।” डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान के रूप में जाना जाता है, यह विभिन्न पुराने युग के जीवाश्मों को संग्रहीत करता है।

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जिले में अब तक ऐसे 250 से अधिक डायनासोर के अंडे मिल चुके हैं। ऐसा माना जाता है कि मध्य प्रदेश की नर्मदा घाटी में डायनासोर अच्छी संख्या में थे। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि डायनासोर लगभग 175 मिलियन साल पहले पृथ्वी पर घूमते थे। हालांकि, इनमें से हजारों प्रजातियां लगभग 65 मिलियन वर्ष पहले विलुप्त हो गईं।

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