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Psoriasis Treatment in Homeopathy: सोरायसिस है तो होम्योपैथिक आजमाएं, जड़ से खत्म हो सकती है यह बीमारी

Psoriasis Treatment in Homeopathy: यदि त्‍वचा पर लाल चक्‍कते पड़ जाते हों या उससे खून भी रिसता हो तो इसका इलाज होम‍ि‍योपैथी में सफलतापूर्वक संभव है। बता रही हैं होम‍ियोपैथी डॉक्‍टर मधुल‍िका शुक्‍ला।

Psoriasis Treatment in Homeopathy
Psoriasis Treatment in Homeopathy

Psoriasis Treatment in Homeopathy: सोरायसिस की बीमारी में की व्‍यक्‍ति‍ की प्रतिरोधक क्षमता (Immunity Power) खराब हो जाती है। इसमें ऐसी कुछ गड़बड़ी हो जाती है, ज‍िसके कारण टी-कोशिकाएं शरीर की त्वचा कोशिकाओं पर भी प्रहार करती हैं। इस प्रहार के कारण शरीर को कई बार नई त्वचा कोशिकाएं बनानी पड़ती हैं। इसके बाद अतिरिक्त त्वचा कोशिकाएं त्वचा की सतह पर जमा होने लग जाती हैं, और आपको सोरायसिस दिखाई देता है। क्‍या इसका ईलाज होम‍ि‍योपैथी में है, इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कानपुर की मशहूर होम्योपैथिक डॉक्टर मधुलिका शुक्ला ने व‍िस्‍तार से चर्चा की।

सोरायसिस का इलाज

इस गंभीर बीमारी के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए डॉक्टर मधुलिका शुक्ला ने बताया कि सोरायसिस त्वचा की एक बीमारी है, जो अधिकतर युवाओं जवान या उम्रदराज लोगों में होती है। सोरायसिसके इलाज के कई तरीके हैं। इस बीमारी की उपचार की योजना इसके प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करती है। कभी मलहम तो कभी दवा व इंजेक्‍शन का प्रयोग होता है।

सोरायसिस के लक्षण

सोरायसिस के लक्षण जैसे, मोटी, लाल त्वचा के धब्बे , उनपर सफेद रंग की पपड़ियांं होना या  उनमें खुजली या जलन होना। ये आमतौर पर कोहनी, घुटनों, खोपड़ी, धड़, हथेलियों और पैरों के तलवों पर महसूस होता है। इसके अलावा कई बार नाखून मोटे और उभरे हुए हो जाते हैं। इस बीमारी में नींद खराब हो जाती है।

सोरायसिस का जड़ से न‍िदान

डॉक्टर मधुलिका शुक्ला के अनुसार, इस बीमारी के होने का सबसे प्रमुख कारण प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना है। अधिकांश लोग बचपन में ही इस बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं। उन्‍होंने इस बीमारी से ग्रसित कई मरीजों का सफल इलाज करने के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि सोरायसिस एक पुरानी बीमारी है जिसकी जांच किसी अनुभवी और कुशल होम्योपैथिक डॉक्टर के द्वारा ही करवानी चाहिए।

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होम्योपैथिक इलाज से इस बीमारी को हमेशा के लिए जड़ से खत्म किया जा सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सोरायसिस के अलावा अन्य सभी पुराने त्वचा संबंधित बीमारियों को भी होम्योपैथिक उपचार से पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है पर इसके लिए धैर्य और समय के साथ ही उपचार के दौरान चिकित्सक की महत्वपूर्ण सलाह और परहेज का भी सौ फीसदी पालन करना चाहिए।

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